शिक्षा

ओबीसी श्रेणी में किसे दिया जाएगा एडमिशन, इसे लेकर है उलझन : पार्थ प्रतिम रॉय

सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : 2025 उच्च माध्यमिक परीक्षाओं के नतीजे प्रकाशित हो चुके हैं। छात्रों ने तय कर लिया है कि किसे किस विषय के साथ कॉलेज में दाखिला लेना है। हालांकि उच्च माध्यमिक परीक्षा के परिणाम घोषित हुए लगभग 15 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक कॉलेजों में दाखिले शुरू नहीं हुए हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि ओबीसी आरक्षण को लेकर राज्य सरकार को कलकत्ता उच्च न्यायालय से झटका लगा है। जानकारी के अनुसार जेयू ने प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी है, लेकिन विकास भवन ने इसे स्थगित करने का आदेश दिया है। बताया जा रहा है कि 2010 का 7% ओबीसी आरक्षण अब कानून की नजर में अवैध है। इस बीच, प्रोफेसरों को डर है कि प्रवेश में देरी के कारण शैक्षणिक वर्ष में देरी होगी।

जूटा ने क्या कहा?

इस संबंध में जूटा के जनरल सेक्रेटरी पार्थ प्रतिम रॉय ने कहा कि हायर सेकेंडरी के तुरंत बाद एडमिशन के लिए विज्ञापन दिया जाता है, लेकिन ओबीसी श्रेणी में किसे एडमिशन दिया जाएगा, इसे लेकर उलझन है। कितने लोगों को एडमिशन मिलेगा? उच्च शिक्षा विभाग से बार-बार पूछा गया है कि हाईकोर्ट के आदेश के मद्देनजर क्या कदम उठाए जाएंगे, मगर कोई जवाब नहीं आ रहा है। इसी कारण जादवपुर और अन्य सरकारी शैक्षणिक संस्थानों में एडमिशन रुका हुआ है। उन्होंने कहा कि इससे सेशन काफी ज्यादा लेट हो जाएगा। इसके अलावा काफी छात्र निजी कॉलेजों में एडमिशन ले लेंगे, जिससे सरकारी कॉलेजों में छात्रों की संख्या में गिरावट आ सकती है।

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