शिक्षा

डब्ल्यूबीजेईई का परिणाम घोषित नहीं होने से छात्रों व कॉलेजों की चिंता बढ़ी

सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : पश्चिम बंगाल संयुक्त प्रवेश परीक्षा बोर्ड (डब्ल्यूबीजेईईबी) ने अभी तक डब्ल्यूबीजेईई 2025 के परिणाम घोषित नहीं किए हैं। बताया जा रहा है कि परिणाम घोषित करने में देरी इसलिए हो रही है, क्योंकि कलकत्ता हई कोर्ट में ओबीसी आरक्षण का मामला लंबित है। ऐसे में ओबीसी आरक्षण से जुड़ी कानूनी अड़चनों ने बंगाल के छात्रों और इंजीनियरिंग कॉलेजों की चिंता बढ़ा दी है।

छात्रों में व्याप्त है चिंता

परीक्षा के परिणाम घोषित नहीं होने की वजह से छात्र काफी चिंतित हैं। ऐसे में वे अपने करियर को ध्यान में रखते हुए बाहर के कॉलेजों की ओर रुख कर रहे हैं। कई ऐसे भी छात्र हैं, जिन्होंने जेईई मेन की परीक्षा भी दी थी। आईआईटी और एनआईटी के लिए काउंसलिंग शुरू हो चुकी है, मगर डब्ल्यूबीजेईई के परिणाम अब भी लंबित हैं। ऐसे में कई छात्रों के मन में यह प्रश्न उठ रहे हैं कि डब्ल्यूबीजेईई के परिणाम का इंतजार करें या जेईई में मिली सीट स्वीकार करें।

छात्रों में डर, आईआईटी या एनआईटी में भी खोनी न पड़े सीट

छात्रों को डर है कि अगर उन्होंने और इंतजार किया तो वे आईआईटी या एनआईटी में अपनी सीट खो न दें। इसके अलावा दूसरी चिंता यह है कि अगर वे कहीं और एडमिशन ले लेते हैं, तो वे जेयू में प्रवेश का मौका गंवा देंगे, जो कम खर्च में अच्छी शिक्षा के लिए जाना जाता है।

क्या कहा जूटा के जनरल सेक्रेटरी ने

जेयू से जूटा के जनरल सेक्रेटरी पार्थ प्रतिम रे ने कहा कि डब्ल्यूबीजेईई के परिणाम घोषित होने में देरी की वजह से कई रैंक होल्डर्स छात्र बाहर चले जा रहे हैं। इसके अलावा सेशन में विलंब होगा। उन्होंने कहा कि कई दूसरे राज्यों में पढ़ाई शुरू हो गई है, मगर यहां परिणाम जारी नहीं होने की वजह से अभी तक एडमिशन प्रक्रिया भी शुरू नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि हमारी ओर से बोर्ड से आग्रह किया गया है कि उन्हें इस बार सेंट्रल काउंसलिंग से बाहर रखा जाए और एक ही राउंड में काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी कर ली जाए, ताकि सेशन शुरू होने में और अधिक देर नहीं हो।

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