प्रगति, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : जादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) के नए कुलपति के रूप में नियुक्त प्रोफेसर चिरंजीव भट्टाचार्य ने सोमवार को औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण कर लिया। दरअसल, चिरंजीव भट्टाचार्य फिलहाल पश्चिम बंगाल उच्च माध्यमिक शिक्षा संसद (WBCHSE) के अध्यक्ष पद पर भी कार्यरत हैं। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि चिरंजीव भट्टाचार्य दोनों पदों को एक साथ कैसे संभालेंगे। दोनों पद अपने-अपने स्तर पर अत्यंत महत्वपूर्ण और जिम्मेदारीपूर्ण हैं। इस वर्ष राज्य के उच्च माध्यमिक स्तर पर नया पाठ्यक्रम और सेमेस्टर प्रणाली लागू की गई है। इसके तहत कक्षा 12 की चौथे सेमेस्टर की परीक्षा 12 फरवरी से 27 फरवरी के बीच आयोजित की जाएगी।
यह कहा चिरंजीव भट्टाचार्य ने
इस पृष्ठभूमि में चिरंजीव भट्टाचार्य ने स्पष्ट किया कि उन्होंने दोनों संस्थानों के कामकाज को संतुलित करने के लिए एक तय कार्यक्रम बनाया है। उनके अनुसार, वे सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को जादवपुर विश्वविद्यालय में कुलपति के रूप में अपनी जिम्मेदारियां निभाएंगे, जबकि मंगलवार, गुरुवार और आवश्यकता पड़ने पर शनिवार को उच्च माध्यमिक शिक्षा संसद का कार्य संभालेंगे। भट्टाचार्य ने कहा कि आने वाले दिनों में चौथे सेमेस्टर की परीक्षा को लेकर तैयारी तेज होगी। उस समय वे विश्वविद्यालय से औपचारिक अवकाश लेकर संसद के कार्यों में पूर्ण रूप से जुट जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी अनुपस्थिति में अमिताभ दत्ता विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति के रूप में कार्य करेंगे। चिरंजीव भट्टाचार्य का कहना है कि वे दोनों संस्थानों की जिम्मेदारियां पूरी ईमानदारी और संतुलन के साथ निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनका मानना है कि यदि कार्य विभाजन स्पष्ट हो, तो दोनों भूमिकाएं सफलतापूर्वक निभाई जा सकती हैं।