सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : विधाननगर नॉर्थ पुलिस स्टेशन की ओर से विकास भवन के सामने प्रदर्शनकारियों के एक प्रतिनिधि चिन्मय मंडल को सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और पुलिस के काम में बाधा डालने के आरोप में नोटिस भेजा गया था। कहा गया था कि उन्हें सोमवार शाम 4 बजे तक पेश होना है। दिये गए समय के अनुसार चिन्मय मंडल पुलिस स्टेशन में उपस्थित हुआ। उन्होंने बताया कि एक अधिकारी ने उनसे लगभग एक घंटे तक पूछताछ की। सारी बातचीत की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई और बहुत सारे सवाल पूछे गए। जांच अधिकारी ने घटना के दिन मेरी भूमिका के बारे में भी पूछा।
किन सवालों का जवाब देना पड़ा चिन्मय मंडल को?
उन्होंने बताया कि पुलिस ने उनसे पुछा कि आपको हिंसा फैलाते हुए देखे गया, तो इसपर उन्होंने जवाब दिया कि आप मुझे हिंसा फैलाते हुए दिखाने वाला कोई वीडियो फुटेज नहीं दिखा सकते। चिन्मय ने कहा कि पुलिस ने उनसे पूछा कि उन्होंने विरोध का रास्ता क्यों चुना, जबकि कानूनी विकल्प मौजूद थे। जवाब में उन्होंने कहा शुरू से ही आंदोलन के जरिए नौकरियां मिलती रही हैं और सड़क ही एकमात्र रास्ता है। उन्होंने कहा कि आप चाहें तो मुझे अभी गिरफ्तार कर सकते हैं, लेकिन मैं कहूंगा कि मैं चोर या डाकू नहीं हूं। एक योग्य शिक्षक के रूप में मैंने ऐसा कुछ भी नहीं किया है जिसके लिए मुझे गिरफ्तार किया जाए।