जयपुर : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नेशनल हेराल्ड मामले में दिल्ली की एक अदालत के फैसले को ‘सत्ता पर सत्य की विजय’ का प्रमाण बताते हुए मंगलवार को कहा कि अंततः जीत सच्चाई की ही हुई है।
दिल्ली की एक अदालत ने ‘नेशनल हेराल्ड’ मामले में कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी, सोनिया गांधी और पांच अन्य के खिलाफ धन शोधन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के आरोपपत्र पर संज्ञान लेने से इनकार कर दिया है। ED ने कहा है कि वह अदालत के आदेश के खिलाफ अपील दायर करेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने ‘X’ पर पोस्ट कर कहा, नेशनल हेराल्ड मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू अदालत का फैसला ‘सत्ता पर सत्य की विजय’ का प्रमाण है। अदालत ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ ED की शिकायत को खारिज कर यह स्पष्ट कर दिया है कि इसमें धन शोधन का कोई मामला नहीं बनता।
कांग्रेस नेता ने कहा, हम शुरू से ही कह रहे थे कि यह मोदी सरकार द्वारा रचा गया एक मनगढ़ंत और झूठा मामला है, जिसका उद्देश्य केवल गांधी परिवार की छवि खराब करना था। कुछ दिन पहले ही इसीलिए ईडी ने इस मामले में दिल्ली पुलिस में प्राथमिकी दर्ज करवाई, क्योंकि जब से चालान पेश किया गया था, तब से ही उन्हें पता था कि इस मामले में कोई दम नहीं है।
गहलोत ने कहा, मोदी सरकार के दबाव में ईडी ने अदालत में अपनी भद्द पिटवाई है। आज न्यायपालिका ने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया है। अंततः जीत सच्चाई की ही हुई है।