फाइल फोटो 
कोलकाता सिटी

भक्त बन मंदिरों में करती थी चोरी, महिला गिरफ्तार

बेहला इलाके की घटना

कोलकाता : महानगर और आसपास के जिलों के मंदिरों से देवी-देवताओं के गहने चुराने वाली एक शातिर महिला को लालबाजार डिटेक्टिव विभाग ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपॢत की पहचान 56 वर्षीय कृष्णा मैती के रूप में हुई है। वह उत्तर कोलकाता के बरानगर इलाके में रहती है। पुलिस ने उसे दक्षिणी उपनगर बेहला में एक मंदिर से चोरी की कोशिश के दौरान पकड़ा।

क्या है पूरा मामला

पुलिस सूत्रों के अनुसार, कृष्णा विभिन्न इलाकों में घूमकर मंदिरों को निशाना बनाती थी। वह भक्त का रूप धारण कर मंदिर में प्रवेश करती और मूर्तियों पर सोने-चांदी के गहने होने की रेकी करती। इस दौरान वह सीसीटीवी कैमरों की लोकेशन और पुजारियों की निगरानी का जायजा लेती, ताकि चोरी के लिए सही मौका चुना जा सके। रेकी पूरी होने पर वह टारगेटेड मंदिर में धावा बोलती। हालिया वारदात बेहला के चंडीतल्ला इलाके में सती माता मंदिर में हुई। कृष्णा पूजा के बहाने एक छड़ी लेकर मूर्ति के काफी करीब पहुंची और उसे करीब एक मिनट तक अपने सामने रखकर छिपाया। इसी दौरान उसने मूर्ति से तीन चांदी के हाथ उतार लिए, उन्हें अपने झोले में डाला और पूजा पूरी कर चली गई। थोड़ी देर बाद पुजारी और भक्तों को चोरी का पता चला, तो मंदिर प्रबंधन ने बेहला थाने में शिकायत दर्ज कराई।

जांच के दौरान लालबाजार के जासूसों ने सीसीटीवी फुटेज में एक महिला को तेजी से जाते देखा। चूंकि कृष्णा को पहले भी कोलकाता पुलिस ने इसी तरह की चोरी के लिए गिरफ्तार किया था, इसलिए उसकी पहचान आसानी से हो गई। इसी बीच कृष्णा ने चंडीतल्ला, बेहला और पर्णश्री इलाकों में फिर रेकी शुरू कर दी थी। इस जानकारी के आधार पर डिटेक्टिव विभाग ने गुरुवार को बेहला क्षेत्र से उसे धर दबोचा। पूछताछ में कृष्णा ने कबूल किया कि उसने चुराए गए सभी गहने और कीमती सामान बेच दिए थे और उसी पैसे से अपना गुजारा करती थी। पुलिस अब उससे विस्तृत पूछताछ कर रही है और चांदी के सामान की बरामदगी के प्रयास कर रही है।

SCROLL FOR NEXT