कोलकाता: 'बंगाल जो आज सोचता है, भारत कल सोचता है' - पंडित मालवीय की यह वाणी राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी के नए हथियार के रूप में सामने आयी है। तृणमूल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा टीएमसी सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी में एक राजनीतिक तुलना की, जिसमें आतंकवाद से मुकाबले के लिए कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया गया। टीएमसी ने शुक्रवार को दावा किया कि जब प्रधानमंत्री मोदी जम्मू में चेनाब नदी पर बने पुल का उद्घाटन कर रहे थे और अपने भाषण में कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा देने पर जोर दे रहे थे, तो यह वास्तव में पार्टी नेता अभिषेक बनर्जी के विचारों से मेल खाता है, जो उन्होंने काफी पहले ही संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में अपनी विदेश यात्रा के दौरान व्यक्त किये थे।
स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए कश्मीर में 3-4 दिन बिताएं
जम्मू में शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पर्यटन से रोजगार के अवसर पैदा होते हैं। पर्यटन लोगों को जोड़ता है लेकिन दुर्भाग्य से हमारा पड़ोसी देश मानवता, सौहार्द और पर्यटन के खिलाफ है। इतना ही नहीं, वह गरीबों की आजीविका के भी खिलाफ है। उन्होंने कहा, 22 अप्रैल को पाकिस्तान ने पहलगाम में मानवता और कश्मीरियत दोनों पर हमला किया। उसका इरादा भारत में दंगे भड़काना था। उसका उद्देश्य कश्मीर के मेहनतकश लोगों की कमाई को रोकना था। इसलिए पाकिस्तान ने पर्यटकों को निशाना बनाया। वहीं, टीएमसी ने दावा किया कि पार्टी सांसद अभिषेक बनर्जी ने विभिन्न देशों की यात्रा के दौरान कश्मीर में पर्यटन को बहाल करने की पहल की थी। उन्होंने कहा था, इन हमलों के जरिए वे हमारी अर्थव्यवस्था को पंगु बनाना चाहते थे। इसलिए अब हमारी जिम्मेदारी है कि हम इसके विपरीत करें और सुनिश्चित करें कि कश्मीर फले-फूले और समृद्ध हो। उन्होंने यह भी कहा कि मेरी विनम्र अपील है कि अगली बार जब आप भारत आएं, तो स्थानीय लोगों का समर्थन करने और पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए कश्मीर में 3-4 दिन बिताएं। टीएमसी के अनुसार अब मोदी भी कश्मीर में पर्यटन के मामले में अभिषेक के सुझाव पर गौर फरमा रहे हैं।