कोलकाता : महानगर में एक व्यवसायी के कर्मचारी के बैग से 9.05 लाख रुपये नकद चोरी होने का मामला सामने आया है। चोरी की यह वारदात बस के अंदर अंजाम दी गई। घटना अम्हर्स्ट स्ट्रीट थानांतर्गत चालताबागान बस स्टॉप के पास की है। इस घटना को लेकर व्यवसायी दिपक जायसवाल (68) ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। यह वारदात 24 अक्टूबर 2025 की बताई जा रही है।
क्या है पूरा मामला
व्यवसायी दीपक जायसवाल (68) ने इस मामले में अम्हर्स्ट स्ट्रीट थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। उनके अनुसार, उन्होंने अपने दुकान के कर्मचारी कनाई जायसवाल (42) को बकाया रकम की वसूली के लिए बीरभूम जिले के सिउड़ी और सैंथिया इलाकों में भेजा था। कनाई जायसवाल ने दोनों जगहों से कुल 9.05 लाख रुपये की वसूली की थी और उसी शाम ट्रेन से सैंथिया से हावड़ा लौटा।
हावड़ा स्टेशन पहुंचने के बाद वह रूट नंबर एल-238 की एक निजी बस में सवार हुआ और विवेकानंद रोड की ओर जा रहा था। शाम करीब 5.45 बजे जब वह चालताबागान बस स्टॉप पर उतरा, तो उसने देखा कि उसके बैग की ज़िप खुली हुई है और सारा नकद गायब है। यह देखकर वह हैरान रह गया और तुरंत अपने मालिक दीपक जायसवाल को घटना की जानकारी दी।
दीपक जायसवाल ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद अम्हर्स्ट स्ट्रीट थाने में मामला दर्ज कर लिया गया। पुलिस ने चोरी की घटना की जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार, आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि अपराधियों की पहचान की जा सके। साथ ही, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि बस में उस वक्त कौन-कौन यात्री सवार थे और क्या किसी ने घटना को होते हुए देखा था।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह संभव है कि चोरी किसी संगठित गिरोह द्वारा की गई हो जो भीड़भाड़ वाले बस रूटों पर सक्रिय है। मामले की गहराई से जांच की जा रही है और पुलिस को उम्मीद है कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जल्द ही आरोपियों तक पहुंचा जा सकेगा।
इस घटना के बाद आम लोगों में भी चिंता का माहौल है। यात्रियों ने पुलिस से बसों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने की मांग की है ताकि इस तरह की वारदातों पर रोक लगाई जा सके।