कोलकाता सिटी

कश्मीर आतंकी हमले का पर्यटन पर व्यापक असर, विदेशी पर्यटकों की बुकिंग पर मंडराने लगा संशय

सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : मंगलवार को कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का असर सिर्फ घाटी तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसकी गूंज देशभर के पर्यटन स्थलों तक सुनाई देगी। कोलकाता, दार्जिलिंग, राजस्थान और केरल जैसे लोकप्रिय पर्यटक स्थलों पर भी इसका प्रभाव पड़ सकता है।

कोलकाता ट्रैवेल एजेंट्स एसोसियेशन ऑफ इंडिया, ईस्ट के चेयरमेन व एयरकॉम ट्रैवेल्स के डायरेक्टर अंजनी धानुका ने बताया कि सितंबर में भारत आने वाले कई विदेशी पर्यटकों ने फोन कर चिंता जताई है। “कुछ पर्यटकों ने जनवरी में ही भारत यात्रा के लिए वैक्सीन लगवाए थे, लेकिन अब वे असमंजस में हैं। मैंने उन्हें समझाने की कोशिश की कि भारत बहुत बड़ा देश है और कोलकाता कश्मीर से काफी दूर है। फिर भी उनकी चिंता जायज़ है,”।

उन्होंने कहा कि वह मंगलवार शाम से लगातार विदेशी टूर ऑपरेटरों को भारत की भौगोलिक विविधता और दूरियों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं। “जब किसी देश के किसी भी हिस्से में पर्यटकों पर हमला होता है, तो पूरे देश की छवि प्रभावित होती है। विदेशी पर्यटकों को यह समझाना मुश्किल हो जाता है कि कश्मीर, कोलकाता या उदयपुर से कितना दूर है। ऐसे में वे भारत की बजाय नेपाल के काठमांडू जैसी जगहों को प्राथमिकता दे सकते हैं।”

दत्ता और अन्य विशेषज्ञों का मानना है कि घरेलू पर्यटन पर इसका असर अल्पकालिक हो सकता है, लेकिन विदेशी पर्यटकों की बुकिंग को लेकर स्थिति ज्यादा गंभीर है।

“मुझे डर है कि अगले साल की शुरुआत तक कई विदेशी पर्यटकों की एडवांस बुकिंग रद्द हो सकती है,” ।

इस हमले के बाद गृह मंत्रालय ने दिल्ली, मुंबई, जयपुर, अमृतसर समेत कई बड़े शहरों को हाई अलर्ट पर रखा है। इससे अंतरराष्ट्रीय ट्रैवल एजेंसियां भी भारत के लिए अपने कार्यक्रमों पर रोक लगाने लगी हैं। अमेरिका पहले ही कश्मीर को रेड ज़ोन घोषित कर चुका है, और अन्य देश भी ट्रैवल एडवाइजरी जारी कर सकते हैं।

अनिल पंजाबी, ट्रैवल एजेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय समिति सदस्य ने कहा :

“अब तक आतंकी हमले सुरक्षा बलों को निशाना बनाते थे, लेकिन इस बार सीधे पर्यटकों पर हमला हुआ है। इससे विदेशी पर्यटकों में डर और संशय पैदा होगा।”

हालांकि, ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय समिति सदस्य मानव सोनी को उम्मीद है कि स्थिति उतनी खराब नहीं होगी। “कश्मीर के लिए आने वाला इनबाउंड ट्रैफिक तो जरूर प्रभावित होगा, लेकिन मुझे उम्मीद है कि विदेशी पर्यटक भारत के अन्य हिस्सों में आते रहेंगे। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण होगा,” । यह घटना देश की पर्यटन छवि पर एक बड़ा धक्का मानी जा रही है, जिसका दीर्घकालिक प्रभाव खासकर विदेशी पर्यटकों पर पड़ सकता है।

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