रामबालक, सन्मार्ग संवाददाता
जयनगर : जयनगर की प्रसिद्ध मिठाई मोआ को जीआई मान्यता मिलने के बाद यह और भी अधिक मशहूर हो गयी है। मोआ के विस्तार के लिए राज्य सरकार भी सक्रिय है। सीएम ममता बनर्जी ने स्वयं मोआ हब बनाने की घोषणा की थी। इसके बाद जयनगर–मजिलपुर नगरपालिका क्षेत्र में खादी ग्रामोद्योग बोर्ड ने मोआ हब की इमारत तैयार कर ली है। इटली से आयी पैकेजिंग मशीन लग चुकी है। अब हब को जल्द शुरू करने के लिए प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं। मोआ व्यापारियों और गुड़ निर्माताओं को लेकर ‘जयनगर मोआ हब सोसाइटी’ नामक एक सोसाइटी बनायी गयी है। पंजीकरण पूरा होने के बाद खादी बोर्ड मशीनों से संबंधित प्रशिक्षण देगा। वहीं स्वास्थ्य मानकों का पालन करते हुए मोआ की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए भंडारण पद्धति पर भी प्रशिक्षण का प्रस्ताव है। जयनगर-मजिलपुर नगरपालिका के वार्ड नंबर 3 में नगरपालिका का एक मैदान है। वहीं साढ़े चार कट्टा जमीन पर हब बनाया गया है। इस पर 2 करोड़ 12 लाख रुपये खर्च हुए हैं। दो मंजिला इस भवन में कॉमन फैसिलिटी सेंटर होगा। आधुनिक विदेशी पैकेजिंग मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा। व्यापारियों का मानना है कि इससे मोआ के निर्यात में आसानी होगी। जयनगर और बहेरू के व्यापारी लंबे समय से मोआ हब के शीघ्र संचालन की मांग कर रहे थे। हाल ही में उन्होंने व्यापारियों और प्रशासन के साथ बैठक की।
जयनगर मोआ हब सोसाइटी के सभापति ने यह कहाजयनगर मोआ हब सोसाइटी के सभापति ने यह कहा जयनगर मोआ हब सोसाइटी के सभापति व व्यापारी रंजीत घोष बताया कि मशीन चलाना और मोआ की गुणवत्ता बढ़ाने के तरीकों की व्यावहारिक ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद हब चालू हो जाएगा। इसके लिए जयनगर की सांसद प्रतिमा मंडल और स्थानीय विधायक ने काफी प्रयास किये हैं। सोसाइटी में 40 सदस्य हैं और 9 सदस्यीय एक मुख्य समिति बनायी गयी है। खादी ग्रामोद्योग बोर्ड तय करेगा कि किन-किन व्यापारियों और गुड़ निर्माताओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा।