नेहा, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : कम दृश्यता में संचालन का प्रशिक्षण न होने के कारण तीन उड़ानों के पायलट कोलकाता एयरपोर्ट पर लैंडिंग नहीं कर सके। कोलकाता एयरपोर्ट पर कैटेगरी-III इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) उपलब्ध है, जो ऐसी प्रतिकूल परिस्थितियों में भी सुरक्षित लैंडिंग संभव बनाता है। इंडिगो एयरलाइंस की भुवनेश्वर, इंदौर और हैदराबाद से आने वाली उड़ानें रविवार देर रात और सोमवार तड़के घने कोहरे के कारण वापस लौट गईं। रात 11:30 बजे से सुबह 2 बजे के बीच दृश्यता घटकर 100 मीटर रह गई थी। ILS कैटेगरी-III प्रणाली 50 मीटर तक की दृश्यता में उड़ानों के संचालन की अनुमति देती है। जब दृश्यता 800 मीटर से कम हो जाती है या बादलों की ऊंचाई 200 फीट से नीचे आ जाती है, तो लो-विजिबिलिटी प्रोसीजर (LVP) लागू किए जाते हैं, जिससे सुरक्षित लैंडिंग के लिए ILS CAT-III का इस्तेमाल किया जाता है।
एयरपोर्ट मौसम विज्ञान अधिकारी जी.के. दास ने बताया कि उत्तर भारत में बना कोहरे का बड़ा समूह उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण दिल्ली से बिहार होते हुए दक्षिण-पूर्व दिशा में बढ़ा और अंततः दक्षिण बंगाल पहुंच गया। उन्होंने कहा, “यह कोहरा अब कोलकाता के ऊपर है और अगले कुछ दिनों तक दृश्यता को प्रभावित करेगा। दृश्यता 100–200 मीटर के बीच रहने की संभावना है, लेकिन इसके 100 मीटर से नीचे जाने की संभावना कम है।”
इस मौसम में इससे पहले एक बार दृश्यता 100 मीटर तक गिरी थी। 20 दिसंबर को रनवे विजुअल रेंज 10–15 मिनट के लिए 100 मीटर तक पहुंची थी, लेकिन उसके बाद इसमें सुधार हो गया। कम अवधि होने के कारण उस समय उड़ानों में कोई खास बाधा नहीं आई। एक एयरपोर्ट अधिकारी ने बताया, “100 मीटर दृश्यता में उड़ानों को संचालन में समस्या नहीं होनी चाहिए। वास्तव में, ILS CAT-III प्रणाली के जरिए 50 मीटर तक की दृश्यता में भी उड़ानें संचालित की जा सकती हैं, क्योंकि प्राथमिक रनवे के दोनों सिरों पर यह प्रणाली लगी है। समस्या यह है कि इसके लिए प्रशिक्षित पायलटों का कॉकपिट में होना जरूरी है। सोमवार को उड़ानें इसलिए लौटीं क्योंकि पायलट LVP में संचालन के लिए प्रशिक्षित नहीं थे।”
लगातार दूसरे दिन दिल्ली और अन्य उत्तर भारतीय हवाई अड्डों से सुबह की उड़ानें रद्द की गईं। सूत्रों के अनुसार, खराब मौसम के कारण एयरलाइन ने अपने नेटवर्क में कुल 80 उड़ानें रद्द कीं, जिनमें से आधी दिल्ली से आने-जाने वाली थीं। इनमें कोलकाता की उड़ानें भी शामिल थीं।
कोहरे के दौरान संचालन के नियमों के तहत, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयरलाइनों को निर्देश दिया है कि वे लो-विजिबिलिटी में संचालन के लिए प्रशिक्षित पायलटों की अनिवार्य तैनाती करें और CAT-III अनुकूल विमान बेड़े का इस्तेमाल करें।
25 दिसंबर को एयरलाइन ने मौसम का हवाला देते हुए कई हवाई अड्डों की 67 उड़ानें रद्द की थीं, जबकि शनिवार को भी खराब मौसम के कारण 57 उड़ानें रद्द की गईं। DGCA ने इस सर्दी में 10 दिसंबर से अगले साल 10 फरवरी तक की अवधि को आधिकारिक “फॉग विंडो” घोषित किया है।