कोलकाता सिटी

रूफटॉप रेस्तरां के व्यवसाय से ज्यादा जरूरी है लोगों की जान : मेयर

कोलकाता : रूफटॉप रेस्तरा के खिलाफ कोलकाता नगर निगम की कार्रवाई के खिलाफ मेयर फिरहाद हकीम ने कहा कि केएमसी का उद्देश्य रेस्तरां को बंद करना नहीं है, लेकिन व्यवसाय से ज्यादा जरूरी लोगों की जान है। उन्होंने आगामी कार्रवाई को जारी रखने की बात कही और व्यवसायियों से अपील की कि वे समझें कि पहले लोगों की जान की सुरक्षा जरूरी है, फिर व्यवसाय। मेयर ने कहा कि जिस तरह से रूफटॉप रेस्तरां बनाए जा रहे हैं, ऐसे में आग लगने की स्थिति में हाइड्रोलिक लैडर लगाकर रेस्क्यू ऑपरेशन करना संभव नहीं होता। यदि पूरी तरह से रूफटॉप पर निर्माण कर लिया जाए तो हाइड्रोलिक लैडर लगाने की जगह ही नहीं बचती। मेयर ने कहा कि अगर आगजनी की स्थिति में लोगों को मरने के लिए छोड़ देना ही सही लगता है, तो फिर हमें कोई आपत्ति नहीं है। मेयर ने बताया कि पार्क स्ट्रीट स्थित कैफे में वह स्वयं गए थे और उन्होंने रेस्तरां के सामने वाले परिसर को खाली करने का निर्देश दिया था। जब परिसर खाली नहीं किया गया, तभी केवल सामने वाला हिस्सा तोड़ा गया। उन्होंने आरोप लगाया कि गोलपार्क स्थित कैफे ने भी अवैध निर्माण किया है। दिसंबर महीने में ही कैफे को नोटिस भेजी गई थी, लेकिन कैफे के मालिकों ने स्टे ऑर्डर ले लिया।

उन्होंने सवाल किया कि यदि कल वहां कोई अनहोनी हो जाए तो उसका दायित्व कौन लेगा? मेयर ने कहा कि लोगों को व्यवसाय करने का अधिकार है, लेकिन नियमों की अवहेलना करके नहीं। हाई कोर्ट के आदेशों का पालन करना हमारा कर्तव्य है, लेकिन जब कोई उपाय नहीं बचा, तभी हमने यह कदम उठाया।

दमकल विभाग से फायर ऑडिट करने का अनुरोध

मेयर ने कहा कि वह फायर डिपार्टमेंट से अनुरोध करेंगे कि जितने भी रेस्तरां, गेस्ट हाउस और मार्केट हैं, उनका फायर ऑडिट किया जाए ताकि यह पता चल सके कि आग लगने की घटना में रेस्क्यू के लिए पर्याप्त साधन हैं या नहीं। ऋतुराज होटल की घटना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि आपदा की स्थिति में पहले आम लोगों को बचाया जाता है, उसके बाद प्रतिष्ठान के लोग अपने को बचाते हैं लेकिन यहां तो वह व्यक्ति मौजूद ही नहीं था। रूफटॉप रेस्तरां के भविष्य को लेकर मेयर ने कहा कि रूफटॉप एक साझा स्थान (कॉमन पैसेज) होता है। उसकी बिक्री की जा सकती है या नहीं, इसकी कानूनी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत रूप से वह रूफटॉप रेस्तरां के पक्ष में नहीं हैं। केएमसी के कानूनी विभाग को इसकी जांच का निर्देश दिया गया है।

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