ऑपरेशन सिंदूर 
कोलकाता सिटी

ऑपरेशन सिंदूर : रात भर टिकी रहीं टीवी पर निगाहें, पहलगाम पीड़ितों ने कहा, पूरी तरह खत्म हो आतंकवाद

कोलकाता : मंगलवार की देर रात पाकिस्तान पर भारत ने ऐसा हमला किया जो किसी ने सोचा भी नहीं था। आतंकियों के 9 ठिकानों को नेस्तोनाबूद कर दिया गया और इसका नाम दिया गया ‘ऑपरेशन सिंदूर’। इस नाम के पीछे भी एक कारण है। बताया जा रहा है कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह नाम तय किया क्योंकि गत 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में किये गये आतंकवादी हमले में 26 महिलाओं का सिंदूर मिटा दिया था। कोलकाता में भी रात भर लोगों की निगाहें टीवी पर ही टिकी रहीं। एक के बाद एक अपडेट्स टीवी पर लोग देखते रहे कि किस तरह भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों के ठिकानों को तबाह कर दिया। इसे लेकर साेशल मीडिया पर कई तरह के मीम्स भी बनाये जा रहे हैं। लोग ‘जय हिंद’ और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ आदि लिखकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं। इसके साथ ही कोलकाता की निवासी महिलाएं जिनके सिंदूर भी पहलगाम हमले में मिटा दिये गये थे, उन्होंने भारत की जवाबी कार्रवाई का स्वागत ताे किया, लेकिन इसके साथ ही आतंकवाद को पूरी तरह खत्म करने की भी मांग की। उन महिलाओं व परिवार के सदस्यों ने सन्मार्ग से बातचीत में कहा कि इसी तरह आगे भी पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देना होगा।

जो खो गया, वह नहीं मिल सकता : शर्बरी गुहा

इनकम टैक्स विभाग में अधिकारी समीर गुहा की हत्या भी पहलगाम हमले में कर दी गयी थी। उनकी पत्नी शर्बरी गुहा ने सन्मार्ग से कहा, ‘हम भारत सरकार का पूरी तरह समर्थन करते हैं, लेकिन जो खो गया, वह अब वापस नहीं आ सकता। एयरस्ट्राइक के बारे में मुझे मीडिया से ही खबर मिली क्योंकि उस दिन की घटना के बाद से हमने टीवी देखना बंद कर दिया। मैं इस एयरस्ट्राइक के लिए सरकार को धन्यवाद देती हूं। सभी आतंकवादियों का खात्मा करने के लिए सरकार को जो करना है, करे ताकि इस तरह की घटना फिर कभी ना हो।’ शर्बरी गुहा ने कहा, ‘मेरी बेटी को आज भी डॉक्टर के पास ले जाना पड़ता है क्योंकि वह अब तक उस घटना से मानसिक सदमे में है।’ शर्बरी ने सरकार से गुजारिश करते हुए कहा, ‘सरकार मेरी नौकरी की व्यवस्था करे। मेरे पति पर लोन था, मेरी बेटी की पढ़ाई पूरी करवानी है। उम्मीद है कि मेरे पति की नौकरी मुझे मिलेगी ताकि मैं अपनी बेटी का भविष्य सुधार सकूं।’

ना बचे एक भी आतंकी : राहुल रंजन मिश्रा

पुरुलिया में आईबी अधिकारी मनीष रंजन मिश्रा जब कश्मीर घूमने गये तो उनके परिवार ने सोचा भी नहीं होगा कि मनीष के साथ वे आखिरी बार कहीं घूमने जा रहे हैं। आतंकियों की गोली में मनीष के सीने काे छलनी करते हुए उनकी पत्नी का सिंदूर उजाड़ दिया था। उनकी पत्नी जया कुछ कहने की स्थिति में नहीं हैं, लेकिन उनके भाई राहुल रंजन मिश्रा ने कहा, ‘भारत सरकार की कार्रवाई का हम स्वागत करते हैं, लेकिन यह कार्रवाई और भी जोरदार होनी चाहिये। हम चाहते हैं कि एक भी आतंकी ना बचे।’

जो हमने देखा, वह कोई और ना देखे : सोहिनी अधिकारी

पाथुरियाघाटा में रहने वाली सोहिनी अधिकारी ने पहलगाम हमले में अपने पति बितान अधिकारी को खो दिया था। बितान यूएस में टेक कंपनी में कार्यरत थे और छुट्टियों में पत्नी व बच्चे के साथ घूमने के लिए कश्मीर गये थे जहां आतंकी हमले में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गयी थी। उनकी विधवा पत्नी सोहिनी अधिकारी ने कहा, ‘गत 22 अप्रैल को जो हुआ था, उसके लिए हमें न्याय चाहिये था। सरकार पर हमें पूरा भरोसा है, सरकार ने कार्रवाई की है। मेरे पति निश्चित तौर पर यह सब देख रहे हाेंगे। सरकार के प्रति मैं आभारी हूं। आज जिन लोगों ने मेरा सिंदूर छीन लिया, भगवान मेरे पति को शांति दें और भविष्य में किसी और का सिंदूर ना छीना जाये, यही मेरा आवेदन है।’ उन्होंने कहा, ‘कोई भी पत्नी या किसी का बच्चा यह सब ना देखे जो हमने देखा। इस तरह के आतंकवादियों के खिलाफ सरकार को अत्यंत कड़े कदम उठाने चाहिये। भारत सरकार ने मुंहतोड़ जवाब दिया है और आगे भी इसी तरह मुंहतोड़ जवाब देती रहेगी।’

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