सांकेतिक चित्र  
कोलकाता सिटी

फर्जी जन्म प्रमाणपत्र रैकेट में एक और गिरफ्तार

कोलकाता : फर्जी जन्म प्रमाणपत्र घोटाले में कोलकाता पुलिस की सुरक्षा नियंत्रण संगठन की टीम ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए हावड़ा के सांतरागाछी इलाके से एक मध्यस्थ (मिडलमैन) को गिरफ्तार किया है। अभियुक्त का नाम हबीबुर रहमान है। आरोप है कि अभियुक्त दक्षिण 24 परगना और हावड़ा से फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनवाने में मदद करता था। आरोप है कि फर्जी प्रमाणपत्रों की मदद से कई राज्यों के लोग और यहां तक कि कुछ बांग्लादेशी नागरिकों ने भी भारतीय पासपोर्ट बनवा लिया था।

कैसे चलता था फर्जीवाड़ा?

इस मामले में पुलिस पहले ही दक्षिण 24 परगना के पठानखाली पंचायत के अस्थायी कर्मचारी गौतम सरदार को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस की जांच में सामने आया कि अधिकांश फर्जी जन्म प्रमाणपत्र गौतम सरदार ने ही पंचायत दफ्तर से जालसाजी कर जारी किए थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार हबीबुर रहमान, गौतम का एजेंट था। जिन लोगों को फर्जी जन्म प्रमाणपत्र की जरूरत होती, वे अलग-अलग सब-एजेंट्स के जरिए हबीबुर से संपर्क करते थे। इसके बाद हबीबुर, गौतम से सीधे मोबाइल फोन और सोशल मीडिया के जरिए बातचीत करता था। सोशल मीडिया पर ही कई फर्जी दस्तावेज का लेन-देन किया जाता था।

मोबाइल डेटा से मिला सुराग

गौतम सरदार के मोबाइल फोन की जांच में हबीबुर रहमान का नाम सामने आया। इसके बाद एससीओ की टीम ने उसकी तलाश शुरू की और हावड़ा के सांतरागाछी इलाके से उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का अनुमान है कि यह एक बड़ा नेटवर्क है, जिसमें कई लोग शामिल हो सकते हैं। पुलिस हबीबुर से पूछताछ कर गिरोह के अन्य सदस्यों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।

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