एयरपोर्ट पर थाई एयरवेज की उड़ान से बड़ा मामला
यात्री के पास से मिले विरल प्रजाति के दो बंदर, एक अब भी लापता
नेहा, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उस वक्त हड़कंप मच गया जब थाई एयरवेज की उड़ान से पहुंचे एक यात्री के पास से कस्टम्स अधिकारियों ने विरल प्रजाति के दो ब्लैक सैंक डोक्यो बंदर बरामद किए। यह दुर्लभ प्रजाति सिर्फ थाईलैंड और इंडोनेशिया में पाई जाती है और अब इसकी संख्या विश्वभर में केवल 42,000 रह गई है। सूत्रों के मुताबिक, हावड़ा निवासी उक्त यात्री के चेक-इन लगेज की जांच के दौरान एक्स-रे स्क्रीनिंग में जानवर की हड्डियों जैसी आकृति दिखाई दी।
संदेह गहराने पर कस्टम्स अधिकारियों ने यात्री से बैग खुलवाया, जिसके बाद अंदर रखे एक बक्से से दोनों बंदर मिले। जैसे ही बक्सा खोला गया, उनमें से एक बंदर तुरंत बाहर निकलकर भाग गया, जबकि दूसरा जीवित बंदर थाईलैंड वापस डिपोर्ट कर दिया गया। भागा हुआ बंदर एयरपोर्ट के ऊपरी हिस्से यानी छत के आसपास के क्षेत्र में कहीं छिप गया है। 24 घंटे बीत जाने के बाद भी उसकी तलाश जारी है। एयरपोर्ट प्रशासन, कस्टम्स, सीआईएसएफ, वन विभाग और एयरलाइंस के कर्मी मिलकर लगातार सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। साथ ही सीसीटीवी फुटेज के जरिए भी बंदर की लोकेशन का पता लगाया जा रहा है।
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह प्रजाति अत्यंत संवेदनशील और संरक्षित श्रेणी में आती है। इसके अवैध व्यापार पर सख्त अंतरराष्ट्रीय कानून लागू हैं। फिलहाल कस्टम्स ने यात्री को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह इन दुर्लभ बंदरों को भारत में क्यों और किस उद्देश्य से ला रहा था।
अब जो भागा, वो गया कहां?
सूत्रों के मुताबिक वह एयरपोर्ट की छत पर जाकर लुका-छिपी खेल रहा है। 24 घंटे से कस्टम्स, CISF, एयरपोर्ट स्टाफ और फॉरेस्ट डिपार्टमेंट सभी मिलकर “मंकी हंट 2025” चला रहे हैं। CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं, केले रखे जा रहे हैं, पर 'जनाब' पकड़ में नहीं आ रहे। वैसे ये कोई आम बंदर नहीं, बल्कि थाईलैंड और इंडोनेशिया में मिलने वाली दुर्लभ प्रजाति है, जिसकी दुनिया में अब बस 42,000 बंदर ही बचे हैं।