कोलकाता : मॉनसून की दस्तक के साथ ही डेंगू और मलेरिया जैसी मच्छरजनित बीमारियों का खतरा एक बार फिर से बढ़ने लगा है। भारी बारिश के कारण जगह-जगह जलजमाव हो रहा है, जिससे मच्छरों के पनपने की आशंका बढ़ गई है। इसे देखते हुए कोलकाता नगर निगम ने कमर कस ली है। मेयर फिरहाद हकीम ने बताया कि केएमसी के इंजीनियरिंग, ड्रेनेज, ठोस कचरा प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग मिलकर घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग पूरे शहर में प्रचार कार्य शुरू कर चुका है, ताकि लोगों को डेंगू और मलेरिया से बचाव के उपायों के प्रति जागरूक किया जा सके।
मेयर ने बताया कि सोमवार को डीजी सिविल ने सभी बोरो के अधिकारियों के साथ बैठक कर जलजमाव वाले इलाकों की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि गलीपिट में प्लास्टिक और अन्य कचरे के कारण जलजमाव की समस्या सामने आ रही है, जिसे चिह्नित कर उसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। धर्मतल्ला ट्राम डिपो में जलजमाव को लेकर मेयर ने कहा कि वहां सुन्दरीकरण के तहत टायर लगाए गए हैं, लेकिन यदि जलजमाव हो रहा है तो स्वास्थ्य विभाग का निरीक्षण दल मौके पर जाकर समस्या का समाधान सुनिश्चित करेगा।
हावड़ा के बेलगछिया इलाके में जलजमाव की समस्या को लेकर मेयर ने बताया कि पहले की तुलना में इलाके में काफी हद तक सुधार दर्ज किया गया है। मेयर ने बताया कि केएमडीए द्वारा किए गए कार्यों से अब इलाके में पानी की तेजी से निकासी हो रही है। हालांकि, स्थायी समाधान के लिए उस क्षेत्र में एक प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित करने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अब कचरे को डंपिंग ग्राउंड में फेंकने के बजाय प्रोसेसिंग प्लांट में भेजा जाएगा, जहां से उपयोगी वस्तुएं तैयार की जा सकेंगी।