कोलकाता सिटी

बैंक से आरटीजीएस फॉर्म और चेक चुराकर लगाता था लोगों को लाखों का चूना

जोड़ाबागान थाने की पुलिस ने एक जालसाज को किया गिरफ्तार

कोलकाता : महानगर में बैंक के अंदर से पहले वे चेक और आरटीजीएस फॉर्म चुरा लेते थे। बाद में चोरी किए गए चेक और आरटीजीएस फॉर्म में जालसाजी कर लाखों रुपये अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर लेते थे। इस तरह से जालसाजी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने उसके एक औ्र सदस्य को गिरफ्तार किया है। घटना जोड़ाबागान थानांतर्गत स्ट्रैंड रोड स्थित एक सरकारी बैंक के शाखा की है। अभियुक्त का नाम मो.शाहनवाज है। आरोप है कि अभियुक्त पोस्ता के बैंक में व्यवसायी द्वारा आरटीजीएस ट्रांसफर के लिए जमा किये गये चेक और फॉर्म को चोरी कर 14 लाख रुपये हड़प लिये थे। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए पहले मोहम्मद जुबैर नामक युवक को पकड़ा था। उससे पूछताछ के दौरान मो.शाहनवाज के बारे में पता चला था। है रविवार को अभियुक्त को अदालत में पेश करने पर उसे 28 अप्रैल तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।

क्या है पूरा मामला

जानकारी के अनुसार एक महीने पहले जोड़ाबागान इलाके के एक व्यवसायी ने सरकारी बैंक की पोस्ता शाखा में गये थे। उन्होंने आरटीजीएस फॉर्म भरा और इसके बाद उन्होंने एक अन्य व्यवसायी के नाम पर 14 लाख रुपये का चेक जमा कर दिया। इसी बीच एक युवक बैंक में घुस आया। शिकायत करते हुए वह चेक बॉक्स के पास से चला जाता है। उसने कुछ देर पहले व्यवसायी द्वारा जमा किये गये आरटीजीएस फार्म और चेक चुरा लिया। इसके बाद जालसाज ने बैंक के कर्मी से नया आरटीजीएस फॉर्म लिया । इसके बाद उसनेे फॉर्म भरा, चेक पर बैंक अकाउंट वाले स्थान को काट दिया, तथा अपने एक मित्र का बैंक अकाउंट नंबर और नाम भर दिया। वह फॉर्म पर प्रेषक के जाली हस्ताक्षर भी करता है। 14 लाख रुपये आरोपी के दोस्त के बैंक अकाउंट में चला गया। कथित तौर पर अभियुक्त ने रुपये निकाल लिए। इस बीच, जब व्यवसायी के बैंक अकाउंट में रुपये जमा नहीं हुआ तो वे इसकी जानकारी लेने बैंक गए। वहां पता चला कि चेक और आरटीजीएस फॉर्म में जालसाजी करके धोखाधड़ी की गई। पुलिस ने जांच शुरू कर दी। पुलिस ने जांच करते जुबैर को गिरफ्तार किया। जुबैर से पूछताछ के बाद पुलिस ने उसके साथी मो.शाहनवाज को गिरफ्तार कर लिया।


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