कोलकाता सिटी

जादवपुर निवासी ने गुम हुए पालतू कुत्ते को ढूंढने पर 10,000 रुपये इनाम की घोषणा की

सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : लगभग एक हफ्ता बीत जाने के बाद भी कई आवारा कुत्ते, जो पटाखों के शोर से डरकर अपने इलाकों से भाग गए थे, अब तक अपने देखभाल करने वालों के पास नहीं लौटे हैं। कई पालतू प्रेमी, जिन्होंने सड़क के कुत्तों को अपनाया था, अब सोशल मीडिया पर इनाम की घोषणा कर अपने गुम हुए पालतू दोस्तों को खोजने की कोशिश कर रहे हैं।

जादवपुर की रहने वाली देबस्मिता सिन्हा, जो एक फार्मास्यूटिकल कंपनी में काम करती हैं, ने अपनी इंडियन ब्रीड की कुतुम को खोजने वाले को 10,000 रुपये नकद इनाम देने की घोषणा की है। कुतुम 18 अक्टूबर को शक्तिगढ़ इलाके से लापता हो गई थी। देबस्मिता ने शुरुआत में 1,000 रुपये का इनाम रखा था, जिसे बाद में 2,000, फिर 5,000 और अंततः 10,000 रुपये तक बढ़ा दिया गया।

देबस्मिता ने बताया, “हमने कभी अपने पालतू को घर में बंद नहीं किया। 18 अक्टूबर की शाम मेरी मां के साथ वह बाहर गई थी, तभी सड़क पर पटाखे फूटने लगे और डर के मारे वह भाग गई। उसे आखिरी बार शक्तिगढ़ में देखा गया था। जब वह गई थी, तो उसके गले में नीले रंग का रैडियम कॉलर था। हमने हर जगह खोज की, लेकिन वह नहीं मिली। इसलिए हमने इनाम राशि बढ़ा दी।”

उधर, बेहाला के बनमाली नस्कर रोड से एक पांच वर्षीय आवारा कुत्ता, जिसकी आंख के नीचे ट्यूमर की सर्जरी के बाद कीमोथेरेपी चल रही थी, काली पूजा की रात से लापता है। स्थानीय निवासियों ने मिलकर उसे ढूंढने के लिए 2,000 रुपये का इनाम रखा है।

इसी तरह, काेइखाली सारदारपाड़ा की पौलोमी चटर्जी ने अपनी संतू के लिए 2,500 रुपये का इनाम घोषित किया है, जो दिवाली की रात से गायब है। उन्होंने कहा, “हम लगातार सोशल मीडिया पर मदद मांग रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि कोई हमें उसकी खबर दे।”

बाघाजतीन निवासी दोला भौमिक, जो इलाके के आवारा कुत्तों को खाना खिलाती हैं, ने बताया कि उनके देखरेख में रहने वाला एक कुत्ता भी पटाखों के डर से गायब हो गया है। उन्होंने दुख जताते हुए कहा, “मैंने पूरे इलाके में तलाश की, लेकिन वह कहीं नहीं दिखा। शायद शोर के डर से बहुत दूर चला गया होगा।”

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