सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : राज्यसभा सांसद एवं डोला सेन की अध्यक्षता में आयोजित डीआरपीएससी ऑन कॉमर्स की बैठक में एफआईईओ (फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन्स) - ईस्टर्न रीजन के क्षेत्रीय अध्यक्ष बिमल बेंगानी ने पूर्वी भारत से निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव रखे।
उन्होंने निम्नलिखित बिंदुओं पर जोर दिया :
सुविधा शुल्क में कटौती – पूर्वी क्षेत्र से निर्यात में हाल ही में आई भारी गिरावट को देखते हुए, सुविधा शुल्क में कमी लाकर निर्यात को पुनः प्रोत्साहित किया जा सकता है।
हरित व्यापार नीतियाँ – सतत उत्पादों के लिए प्रोत्साहन और व्यापार करने में आसानी को बढ़ावा देना आवश्यक है ताकि पर्यावरण-अनुकूल निर्यात को बल मिले।
छोटे निर्यातकों के लिए निर्यात ऋण योजनाएँ – एमएसएमई और छोटे व्यापारियों को निर्यात के लिए आसान वित्तीय सहायता उपलब्ध कराना।
डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म्स का विकास – प्रत्येक जिले को अंतरराष्ट्रीय खरीदारों से जोड़ने के लिए उन्नत डिजिटल मंचों की आवश्यकता है।
गेहूं की भूसी (Wheat Bran) और डीओआरबी (DORB) के निर्यात की अनुमति – आटा मिल, सॉल्वेंट प्लांट, राइस मिल्स और किसानों को बढ़ावा देने के लिए इन उत्पादों के निर्यात की अनुमति दी जानी चाहिए।