फाइल फोटो  
कोलकाता सिटी

हुगली नदी में बढ़ता क्रूज ट्रैफिक बन रहा है डॉल्फिनों के लिए खतरा

पर्यावरणविद् ने केंद्र सरकार से तत्काल हस्तेक्षप की मांग की

कोलकाता : हुगली नदी में क्रूज यातायात में तेजी से वृद्धि ने संकटग्रस्त डॉल्फिनों की आबादी को नए खतरे में डाल दिया है। इस गंभीर स्थिति को लेकर वरिष्ठ पर्यावरणविद् एसएम घोष ने केंद्र सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण को पत्र लिखकर तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। अपने पत्र में एसएम घोष ने बताया है कि हुगली डॉल्फिन की संख्या में निरंतर गिरावट देखी जा रही है, जिसकी एक प्रमुख वजह क्रूज संचालन में हो रही वृद्धि भी शामिल है। उन्होंने अपने पत्र में बताया है कि तेज गति से चलने वाले क्रूज डॉल्फिनों की सामान्य गतिविधियों में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं, जिससे उनके प्राकृतिक व्यवहार, प्रजनन और निवास स्थान प्रभावित हो रहे हैं। इस बाबत उन्होंने डॉल्फिनों के संरक्षण के लिए क्रूज यातायात पर नियंत्रण लगाये जाने और अर्धगहरे जलक्षेत्र और नदी संगम स्थलों की रक्षा के लिए जरूरी कदम उठाये जाने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने डॉल्फिनों की स्थिति पर निगरानी रखने के लिए वैज्ञानिक शोध व सर्वेक्षण कार्यक्रमों की आवश्यकता पर भी बल दिया है। एसएम घोष ने यह भी उल्लेख किया है कि भारत सरकार की गंगा एक्शन प्लान और राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण जैसी योजनाएं पहले से ही डॉल्फिन संरक्षण की दिशा में कार्यरत हैं, लेकिन इन प्रयासों को और प्रभावी बनाने के लिए स्थानीय समुदायों, गैर-सरकारी संगठनों और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की भागीदारी को सशक्त करना जरूरी है।

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