कोलकाता सिटी

आईआईटी खड़गपुर के हॉस्टल में छोटे सीलिंग फैन लगाने पर विचार

आत्महत्याओं को रोकने के लिए पहल

कोलकाता : भावनात्मक संकट से जूझ रहे छात्रों की सहायता करने और परिसर में होने वाली त्रासदियों को रोकने के उद्देश्य से, आईआईटी खड़गपुर छात्रावास के कमरों में छोटे सीलिंग फैन लगाने पर विचार कर रहा है। संस्थान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। यह कदम इस वर्ष परिसर में आत्महत्या से हुई कई छात्रों की मौत के बाद उठाया गया है, जिससे छात्रावास में रहने वालों के बीच मेंटल हेल्थ को लेकर चिंता पैदा हो गई है। संस्थान की निदेशक सुमन चक्रवर्ती ने बताया, ‘परिसर में छात्रों तक 24 घंटे पहुंच, हर दूसरे महीने छात्रावास में रहने वाले छात्रों के अभिभावकों के साथ बातचीत और ‘कैंपस मदर्स’ कार्यक्रम (जहां महिला संकाय और कर्मचारी छात्रों के लिए भावनात्मक मार्गदर्शक के रूप में काम करती हैं) और स्थायी मनोचिकित्सकों की नियुक्ति जैसे कदमों के अलावा, हम सीलिंग फैन के आकार को छोटा करने जैसे कदमों पर भी विचार कर रहे हैं ताकि उनका किसी अन्य उद्देश्य के लिए उपयोग न किया जा सके।‘


चक्रवर्ती ने कहा, ‘यह मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने का कोई विकल्प नहीं है। बल्कि कुछ परिस्थितियों से बचने का एक तरीका है, जो किसी खास पल में, जब कोई आस-पास न हो, अचानक आत्म-विनाश के आवेगों से उत्पन्न होती हैं।’ एक सवाल के जवाब में, निदेशक ने कहा, ‘हम लगभग 16,000 छात्रों वाले सभी 21 छात्रावासों के पंखों को चरणबद्ध तरीके से छोटे पंखों से बदलने पर विचार कर रहे हैं। इसलिए अभी कोई समय-सीमा नहीं बता सकते।’ इस प्रमुख संस्थान ने उन परिस्थितियों और कारकों का पता लगाने के लिए एक 10-सदस्यीय तथ्य-खोजी दल का गठन किया है जिस कारण चौथे वर्ष के बीटेक छात्र रितम मंडल की मौत हो गयी, जो 18 जुलाई को अपने छात्रावास के कमरे में फंदे से लटके पाए गए थे।

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