कोलकाता सिटी

दुर्गापूजा के आसपास दौड़ने लगेगी एस्प्लेनेड से सियालदह तक मेट्रो

कोलकाता : हावड़ा मैदान-एस्प्लेनेड मेट्रो के बाद दुर्गापूजा के आसपास एस्प्लेनेड से सियालदह तक भी मेट्रो सेवा शुरू हो सकती है। ऐसे में बहूबाजार का इलाका इसमें बाधक है। कुछ सालों में मेट्रो काम के कारण दुर्गा पितुरी लेन और मदन दत्ता लेन में कई घर ढह गये थे। कई मकानों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गईं थी, जिसके लिए मकानों को तोड़ना पड़ा था। वहीं अब कुछ दिनों में ईस्ट-वेस्ट एस्प्लेनेड से सियालदह तक मेट्रो परियोजना आंशिक रूप से अंडरग्राउंड दो टनल के बीच संचार की सुरक्षा के लिए 4 क्रॉस पैसेज परियोजना का निर्माण केएमआरसीएल शुरू करेगा। आशंका है कि पिछले 2 फेज की तरह उन 4 क्रॉस पैसेज के निर्माण के दौरान भी अंडरग्राउंड पानी निकलेगा और अगर ऐसा हुआ तो पिछले दो दौर की तरह कई घर ढह सकते हैं। कई घरों को नुकसान पहुंच सकता है।

एस्प्लेनेड से सियालदह के बीच काम में तेजी

बता दें कि ईस्ट-वेस्ट मेट्रो प्रोजेक्ट का पूरा हिस्सा हावड़ा मैदान से सेक्टर 5 है। सियालदह और सेक्टर 5 के बीच अब नियमित मेट्रो सेवा शुरू हो गई है। 15 मार्च से हावड़ा मैदान से एस्प्लेनेड तक मेट्रो की आवाजाही भी शुरू हो रही है। अब एस्प्लेनेड और सियालदह के बीच काम तेजी से चल रहा है। क्योंकि गत शनिवार को जीएम पी. उदय रेड्डी ने कहा कि अक्टूबर व नवम्बर तक में एस्प्लेनेड व सियालदह को जोड़ दिया जायेगा। अर्थात इस साल पूजा से पहले और बाद में हावड़ा मैदान से सेक्टर 5 तक मेट्रो चलाने का लक्ष्य लिया गया है।

बाकी बचे क्रॉस पैसेज के निर्माण में हो सकता है फिर नुकसान

उन 8 क्रॉस पैसेज में से 4 क्रॉस पैसेज का निर्माण पहले ही किया जा चुका है। 4 क्रॉस पैसेज बनाना बाकी है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक सियालदह से क्रॉस पैसेज नंबर 1 और 3 के निर्माण के दौरान जमीन के अंदर से पानी निकल सकता है और उस स्थिति में पहले की तरह ही तबाही मच सकती है। क्योंकि जिन दो जगहों पर ये क्रॉस पैसेज बनाया जा रहा है वे बेहद खतरनाक इलाके हैं। इंजीनियरों का मानना ​​है कि वहां की मिट्टी की हालत बिल्कुल भी अच्छी नहीं है। माना जा रहा है कि एक बार जब वहां ग्राउटिंग के लिए खुदाई शुरू हो जाएगी तो जमीन के अंदर जमा पानी बहुत तेजी से बाहर आएगा। क्रॉस पैसेज नंबर 2 उस क्षेत्र के नीचे स्थित है जहां बहूबाजार में मदन दत्ता लेन पर आपदा हुई थी। जहां तमाम सुरक्षात्मक उपायों और पॉलीयुरेथेन जैसे गुणवत्तापूर्ण रसायनों के इस्तेमाल के बाद भी पानी के बहाव को रोकना संभव नहीं था। इसलिए इस बात को लेकर बहुत चिंता है कि क्रॉस पैसेज नंबर 1 और 3 का निर्माण कैसे किया जाए।

आपातकालीन स्थिति में होगा यह काम

आपातकालीन स्थिति में यात्रियों के निकालने के लिए 8 क्रॉस पैसेज का निर्माण वहीं अब उस लक्ष्य को हासिल करने में बहूबाजार का काम पूरा होना एक बड़ा खतरा बन गया है। चूंकि एस्प्लेनेड और सियालदह के बीच ईस्ट वेस्ट मेट्रो परियोजना में कोई स्टेशन नहीं है। इसलिए आपातकालीन स्थितियों में यात्रियों को मेट्रो टनल से निकालने के लिए कुल 8 क्रॉस पैसेज का निर्माण किया जाएगा। इस मेट्रो मार्ग के टनल निर्माण के दौरान, टनल बोरिंग मशीन ने एस्प्लेनेड से सियालदह तक प्रत्येक 500 मीटर पर एक अर्थात कुल 8 क्रॉस मार्ग बनाए हैं । इस क्रॉस पैसेज का काम दो टनल के बीच होना है। अगर मेट्रो की आवाजाही के दौरान कोई दिक्कत आती है तो यात्रियों को इसी क्रॉस पैसेज के जरिए एक लाइन से दूसरी लाइन पर लाया जाता है। इसलिए क्रॉस पैसेज रखना बहुत महत्वपूर्ण है।

SCROLL FOR NEXT