राम बालक, सन्मार्ग संवाददाता
काकद्वीप : आगामी गंगासागर मेले को सुचारु और सुरक्षित ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारियों को तेज कर दिया गया है। प्रेसिडेंसी डिविजन के कमिश्नर जगदीश प्रसाद मीणा ने रविवार को गंगासागर पहुंचकर मेले की तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की। निरीक्षण के बाद उन्होंने सभी संबंधित विभागों को 31 दिसंबर तक निर्धारित कार्यों को हर हाल में पूरा करने का निर्देश दिया। उनके साथ गंगासागर मेला अधिकारी अवनीत पुनिया, जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और सुंदरवन विकास मंत्री बंकिमचंद्र हाजरा मौजूद थे। दल ने सबसे पहले गंगासागर के विभिन्न तटों का निरीक्षण किया, जहां समुद्र कटाव से प्रभावित इलाकों की वर्तमान स्थिति पर विशेष ध्यान दिया गया। कमिश्नर ने अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुए निर्देश दिया कि क्षतिग्रस्त क्षेत्रों को अस्थायी रूप से दुरुस्त करने के लिए मिट्टी भराई और जमीन समतलीकरण कार्य को तेज किया जाए। वर्तमान में इन स्थानों पर कार्य जारी है, हालांकि मेले के दौरान इन तटों को स्नान के लिए खोला जाएगा या नहीं इस पर अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, स्थिति की पुनः समीक्षा के बाद ही फैसला लिया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। निरीक्षण के बाद आयोजित प्रशासनिक बैठक में डिविजनल कमिश्नर ने बताया कि मेले की तैयारियां संतोषजनक गति से आगे बढ़ रही हैं और सभी विभाग समन्वय के साथ कार्य कर रहे हैं। उन्होंने पेयजल, बिजली, परिवहन, भीड़ प्रबंधन और स्वास्थ्य सेवाओं को समय पर तैयार रखने पर जोर दिया। इधर, हर वर्ष की तरह इस बार भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गंगासागर मेला परिसर का निरीक्षण करने पहुंचेंगी। उनकी यात्रा की तिथि अभी तय नहीं है, लेकिन संभावना है कि वे जनवरी के शुरुआती सप्ताह में गंगासागर पहुंचें। निरीक्षण से पहले अधिकारियों ने अस्थायी हेलीपैड की स्थिति का भी जायजा लिया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री प्रत्येक वर्ष मेले से पहले तैयारियों की स्वयं समीक्षा करती हैं, जिससे प्रशासनिक कार्यों में गति आती है और श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो पाती हैं।