विधाननगर : रविवार की शाम सॉल्टलेक स्थित घर में पूर्व मंत्री व हाबरा के विधायक ज्योतिप्रिय मल्लिक पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए 33 वर्षीय युवक को पुलिस ने कुछ घंटे बाद ही रिहा कर दिया। युवक के परिवार ने जब यह साबित किया कि वह मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहा है और उपचाराधीन है, तब मल्लिक ने स्वयं अपनी शिकायत वापस ले ली। मल्लिक ने कहा, ‘जब मुझे पता चला कि वह मानसिक रोगी है और उसका इलाज चल रहा है, तो मैंने पुलिस से दस्तावेजों की जांच कर उसे छोड़ने को कहा। मैं नहीं चाहता था कि मेरी शिकायत से उसके जीवन पर नकारात्मक असर पड़े। मुझे बताया गया कि उसे नशे की भी समस्या है। मैं कुछ पुनर्वास केंद्रों को जानता हूं और उसके परिजन चाहें तो उसे वहां भर्ती कराने में मदद कर सकता हूं। मेरे बड़े भाई डॉक्टर हैं, उनसे भी सलाह लूंगा।’
चार साल से चल रहा था इलाज
पुलिस के अनुसार, हाबरा जॉयगाछी निवासी युवक दास पिछले चार वर्षों से एंग्जायटी (चिंता विकार) और बाइपोलर डिसऑर्डर का इलाज करा रहा था। दस्तावेजों की जांच के बाद पुलिस ने पुष्टि की कि वह नियमित दवाएं ले रहा है और उसकी मानसिक स्थिति अस्थिर है। इसके बाद पूर्व मंत्री ने शिकायत वापस लेते हुए पुलिस से आग्रह किया कि दास को उचित मनोचिकित्सा और नशामुक्ति उपचार दिलाया जाए। विधाननगर सिटी पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘जांच में पता चला कि युवक को चिंता और बाइपोलर डिसऑर्डर है। उसका इलाज चल रहा है और अतीत में वह कई नेताओं के घर में बिना अनुमति घुस चुका है। हालांकि वह अपराधी नहीं है, बल्कि एक मरीज है।’
पुलिस के अनुसार, दास की मां सेवानिवृत्त शिक्षिका हैं और पिता स्थानीय बाजार में काम करते हैं। वह अविवाहित है और माता-पिता व चाचा के साथ रहता है। इस वर्ष की शुरुआत में भी उसने हाबरा नगरपालिका अध्यक्ष के घर और कार्यालय में प्रवेश किया था और दावा किया था कि वह पार्षद बनना चाहता है।