कोलकाता सिटी

एयरपोर्ट से लापता दुर्लभ बंदर की तलाश बंद

60 घंटे बाद भी सुराग नहीं

नेहा, सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : वन विभाग और एयरपोर्ट अधिकारियों ने लगभग 60 घंटे बीत जाने के बाद उस किशोर ब्लैक-शैंक्ड डुक की तलाश छोड़ दी है, जो एक यात्री के बैग से निकलकर कोलकाता एयरपोर्ट के अंतरराष्ट्रीय आगमन लाउंज में गायब हो गया था। सोमवार और मंगलवार को लगभग 5,000 एयरपोर्ट कर्मियों और वन विभाग के पांच अधिकारियों ने टर्मिनल और आसपास के क्षेत्रों में खोजबीन की, लेकिन पूर्व कंबोडिया और दक्षिण वियतनाम के मूल निवासी इस दुर्लभ बंदर का कोई सुराग नहीं मिला। वन्यजीव (मुख्यालय) के अधिकारी ने बताया कि बुधवार को एयरपोर्ट पर कोई वन टीम नहीं भेजी गई। उन्होंने कहा, “हमारे पास कोई अपडेट नहीं है। एयरपोर्ट अधिकारियों ने हमसे संपर्क भी नहीं किया।”

800 कैमरों की सीसीटीवी फुटेज दो बार खंगाली गयी

एयरपोर्ट अधिकारी ने बताया कि बंदर संभवतः टर्मिनल से बाहर निकल गया था। “हमने करीब 800 कैमरों की सीसीटीवी फुटेज दो बार खंगाली, लेकिन उसकी कोई गतिविधि नजर नहीं आई। चूंकि घटना रात 3 बजे की है, हमें लगता है कि वह या तो एयरपोर्ट के ऑपरेशनल एरिया की ओर या शहर की ओर निकल गया होगा। अगर वह टर्मिनल में होता, तो अब तक किसी ने देख लिया होता और अगर वह कहीं छिपा होता, तो खाने की तलाश में बाहर जरूर आता।” वन अधिकारियों ने बताया कि बहुत कम संभावना है कि वह एयर कंडीशनर की डक्ट में चढ़ गया हो और वहां फंस गया हो।

इससे पहले भी इन डक्ट्स में फील्ड रैट्स (जंगली चूहों) के शव मिले हैं। एक वन्यजीव विशेषज्ञ ने बताया कि डुक के एयरपोर्ट के अंदर जीवित रहने की संभावना बेहद कम है। “खाने के लिए ये ज्यादातर पत्तियों और फूलों पर निर्भर रहते हैं, जो एयरपोर्ट के अंदर नहीं मिलेंगे। दूसरा विरल प्रजाति का बंदर, जिसे तस्कर के साथ पकड़ा गया था, उसे पहले ही थाईलैंड वापस भेज दिया गया है, जहां से वह तस्कर थाई एयरवेज की उड़ान से दोनों डुक को एक टोकरी में लेकर आया था। यह इस साल एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग द्वारा की गई पांचवीं बरामदगी है। इससे पहले लाल-पैर वाले डुक, कुस्कस और सिल्वर्ड लीफ मंकी जैसे दुर्लभ जानवरों की जब्ती हो चुकी है।

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