कोलकाता : डिजिटल अरेस्ट की धमकी देकर धोखाधड़ी करने के मामले में ईडी ने 100 म्यूल बैंक अकाउंट का पता लगाया है। वह इसकी जांच कर रही है कि उन बैंक अकाउंट में पैसा कहां से आया और कहां गया। सूत्रों के अनुसार ईडी अधिकारी 181 साइबर ठगी के मामलों की जांच भी कर रहे है। मंगलवार को चिराग कपूर और योगेश दुआ को ईडी की हिरासत से कोलकाता सिटी सेशन कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश सौमेंद्र नाथ दास की अदालत में पेश किया गया। कोर्ट में ईडी के वकील अरिजीत चक्रवर्ती ने कहा कि डिजिटल अरेस्ट की धमकी देकर ठगी का कारोबार पूरे देश में सामने आ रहा है। सरकार इस मुद्दे पर लोगों को जागरूक कर रही है। एक महिला ने शिकायत में बताया था कि उसके नाम के पार्सल में ड्रग्स मिलने और उसे गिरफ्तार करने की धमकी देकर जालसाजों ने उससे 47 लाख रुपये ठग लिये थे। ऐसी 181 अन्य शिकायतों की जांच चल रही है। धोखाधड़ी से ठगी गई धनराशि वापस मिलने के बाद भी अपराध समाप्त नहीं होता। जांच में काफी प्रगति हुई है। चिराग कपूर और योगेश दुआ को जेल हिरासत में भेजने का अनुरोध किया गया। इसके साथ ही उनसे जेल में पूछताछ करने का अनुरोध किया गया। इस बीच, चिराग कपूर के वकील ने जमानत के लिए आवेदन किया। योगेश दुआ के वकील ने कहा कि उनके मुवक्किल की गिरफ्तारी अवैध थी। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने गिरफ्तार लोगों को जेल भेजने का आदेश दिया।