प्रसेनजीत, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : पश्चिम बंगाल के प्रशासनिक गलियारों में इन दिनों एक ही सवाल गूंज रहा है,राज्य का अगला मुख्य सचिव कौन होगा? मौजूदा मुख्य सचिव डॉ. मनोज पंत का छह महीने का कार्यकाल 31 दिसंबर को समाप्त हो रहा है। ऐसे में यह चर्चा तेज है कि क्या उन्हें दूसरा विस्तार मिलेगा, या नए साल के साथ नवान्न को नया प्रशासनिक मुखिया मिलेगा।
सूत्रों के मुताबिक, चुनावी वर्ष को देखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी डॉ. पंत को ही बनाए रखने के पक्ष में हो सकती हैं। प्रशासनिक दक्षता, संकट प्रबंधन और केंद्र–राज्य संबंधों में संतुलन के कारण डॉ. पंत मुख्यमंत्री की ‘गुडबुक’ में शीर्ष पर माने जाते हैं। हालांकि, राज्य के प्रशासनिक इतिहास पर नजर डालें तो सेवानिवृत्त मुख्य सचिवों को दूसरी बार विस्तार मिलना बेहद दुर्लभ रहा है। इसी संभावित बदलाव को ध्यान में रखते हुए नवान्न के अंदरूनी हलकों में भावी मुख्य सचिव को लेकर मंथन शुरू हो गया है।
इस बार एक-दो नहीं, बल्कि पांच वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों के नाम चर्चा में हैं। इनमें कई महत्वपूर्ण विभाग के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी शामिल हैं। आखिरकार, विधानसभा चुनाव की तैयारी और संचालन की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री किस भरोसेमंद हाथ में सौंपेंगी, इसका अंतिम फैसला उन्हीं के हाथ में होगा।