विधाननगर : ऑनलाइन निवेश के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह के दो मुख्य सरगनाओं को विधाननगर साइबर थाने की पुलिस ने चेन्नई से गिरफ्तार किया है। अभियुक्तों के नाम देवन एम और वेंकटेशन धारूमान हैं। शनिवार रात की गई इस कार्रवाई में पुलिस ने दोनों आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर अपनी हिरासत में लिया है और पूछताछ शुरू कर दी है।
क्या है पूरा मामला
पुलिस सूत्रों के अनुसार इस साल फरवरी महीने में बिधाननगर की एक महिला ने साइबर थाने में ठगी की लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के अनुसार, महिला ने यूट्यूब पर एक निवेश से संबंधित विज्ञापन देखा था, जिसमें एक मोबाइल नंबर दिया गया था। जब उसने उस नंबर पर कॉल किया, तो दूसरी तरफ मौजूद व्यक्ति ने उसे एक मोबाइल ऐप डाउनलोड करने और उसके माध्यम से निवेश करने की सलाह दी। महिला का आरोप है कि ऐप पर उसके निवेश की रकम सही ढंग से दिखाई जा रही थी, जिससे उसे विश्वास हो गया। लेकिन जब उसने पैसे निकालने की कोशिश की, तो उसे बार-बार रोका गया और कहा गया कि निकासी से पहले उसे एक निश्चित राशि और जमा करनी होगी। इस तरह, चरणबद्ध तरीके से महिला ने कुल 1.20 करोड़ रुपये की राशि उस ऐप और ठगों को ट्रांसफर कर दी। जब पैसे वापस नहीं मिले, तब जाकर उसे ठगी का एहसास हुआ और उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत मिलने के बाद विधाननगर साइबर पुलिस ने जांच शुरू की और तकनीकी निगरानी व बैंक लेनदेन की जानकारी के आधार पर इस ठगी गिरोह के दो सदस्यों की पहचान की। शनिवार रात दोनों को चेन्नई से गिरफ्तार कर कोलकाता लाया गया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह एक संगठित गिरोह है जो पूरे देश में इस तरह की ऑनलाइन ठगी को अंजाम देता है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के ज़रिए पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों और नेटवर्क की जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है।