चीनी कांसुलेट के एक्टिंग कांसुल जनरल क्विन योंग का
कोलकाता में चीनी कांसुलेट ने मनाया चीनी नववर्ष
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : चीन भारत के साथ संबंधों को सशक्त बनाने के पक्ष में हैं। यह कहना है चीनी कांसुलेट के एक्टिंग कांसुल जनरल क्विन योंग का। चीनी नववर्ष के अवसर पर कोलकाता स्थित चीनी कांसुलेट ने कार्यक्रम का आयोजन किया। इस वर्ष 2025 भारत-चीन कूटनीतिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ है। अपने भाषण में, कार्यवाहक चीनी महावाणिज्य दूत ने नववर्ष की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने पिछले वर्ष के दौरान भारत-चीन संबंधों के पुनर्जीवन को उजागर किया और इसे महत्वपूर्ण कूटनीतिक प्रगति और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का परिणाम बताया। उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने पर महत्वपूर्ण समझौतों पर सहमति जताई। चीन-भारत संबंधों ने फिर से शुरुआत की है।
रवींद्रनाथ ठाकुर की चीन यात्रा की 100वीं वर्षगांठ भी मनायी
उन्होंने यह भी कहा, "चीन-भारत आर्थिक और व्यापारिक सहयोग में निरंतर गहरी होती जा रही है, जबकि सांस्कृतिक आदान-प्रदान फल-फूल रहे हैं। हम मिलकर रवींद्रनाथ ठाकुर की चीन यात्रा की 100वीं वर्षगांठ भी मनायी। इसके अतिरिक्त, चीनी विद्वान पहली बार महामारी के बाद पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा का अनुभव करने के लिए आए।"
कार्यवाहक महावाणिज्य दूत ने 2025 को भारत-चीन संबंधों के लिए एक मील का पत्थर वर्ष बताते हुए दोनों देशों से अपने नेताओं द्वारा निर्धारित मित्रता और सहयोग की दिशा पर लगातार प्रयास करने की अपील की।
चीन द्वारा 30 से अधिक देशों के लिए वीजा-मुक्त नीति लागू की गई चीन की वार्षिक जीडीपी लगभग 135 ट्रिलियन युआन (18.42 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर) थी, जिसमें 5% का वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई, और हमने आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए मुख्य लक्ष्यों को सफलतापूर्वक पूरा किया। चीन का कुल आयात और निर्यात का मात्रा ऐतिहासिक उच्चतम स्तर पर पहुंची। हाल ही में, चीन द्वारा 30 से अधिक देशों के लिए वीजा-मुक्त नीति लागू की गई, जिससे हमारा "दोस्तों का दायरा" और भी विस्तृत हुआ, और "चीन यात्रा" एक लोकप्रिय इंटरनेट शब्द बन गया। चीन की छवि अब और भी अधिक आत्मविश्वास से भरी हुई है।