* ममता का लक्ष्य—‘पावर हाउस बने बंगाल’
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता: राज्य में उद्योग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चुनाव से पहले एक के बाद एक परियोजनाओ का उद्घाटन करने जा रही हैं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी। इसी क्रम में 21 अप्रैल को पश्चिम मेदिनीपुर के शालबनी में जिंदल समूह द्वारा 16,000 करोड़ रुपये की लागत से बनने जा रही विद्युत परियोजना की शिलान्यास करेंगी मुख्यमंत्री। इसके अगले दिन, यानी 22 अप्रैल मंगलवार को वह दमकल विभाग और अन्य सरकारी विकास परियोजनाओं के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होंगी।
नवान्न में गुरुवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री ने कहा, '21 तारीख को मैं शालबनी में जिंदल समूह की एक पावर प्लांट की आधारशिला रखने जा रही हूं। यह दो यूनिट वाला प्रोजेक्ट होगा, हर यूनिट की क्षमता 800 मेगावाट। पूरे पूर्व भारत में ऐसा कोई प्रोजेक्ट नहीं है।' सीएम ने यह भी बताया कि उनके कार्यकाल में राज्य की बिजली व्यवस्था में भारी बदलाव आया है। उन्होंने कहा,
'एक समय बंगाल को लोडशेडिंग के लिए जाना जाता था। आज राज्य विद्युत उत्पादन में आत्मनिर्भर हो गया है। अभी राज्य में करीब 2 करोड़ 30 लाख लोग बिजली का इस्तेमाल कर रहे हैं और पिछले 14 वर्षों में बिजली की मांग 14 प्रतिशत बढ़ी है।'
मुख्यमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि 22 अप्रैल को वह गढ़डेटा या गोयालतोड़ में एक सोलर पावर प्लांट का उद्घाटन करेंगी। इस परियोजना में 80 प्रतिशत निवेश एक जर्मन कंपनी कर रही है और बाकी 20 प्रतिशत राज्य सरकार। इसके अलावा दुर्गापुर में 660 मेगावाट की एक और बिजली परियोजना भी विचाराधीन है, जिसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। मुख्यमंत्री का दावा है, 'बंगाल अब उद्योगपतियों के लिए एक भरोसेमंद डेस्टिनेशन बन चुका है। हमने छह इकोनॉमिक कॉरिडोर बनाए हैं। बंगाल की ताकत, बंगाल का भविष्य—इसी दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं।'