कोलकाता: हाल ही में बीरभूम टीएमसी नेता अनुब्रत मंडल ने ड्यूटी पर तैनात एक पुलिस अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार करके विवाद को जन्म दे दिया है, जिससे उनकी पार्टी मुश्किल में पड़ गई है। इस बीच, तृणमूल के शीर्ष नेतृत्व ने बीरभूम कोर कमेटी के सदस्यों को कोलकाता बुलाया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बख्शी ने 14 जून को नौ सदस्यों को तृणमूल भवन में बुलाया है। पता चला है कि उस दिन जिला कोर कमेटी की बैठक बुलाई गई थी। हलांकि कोर कमेटी के सदस्य आशीष बनर्जी ने बताया कि राज्य नेतृत्व के बुलावे के कारण बैठक 21 जून तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
क्या अनुब्रत के खिलाफ होगी अनुशासनात्मक कार्रवाई?
गौरतलव है कि गो तस्करी मामले में अनुब्रत मंडल के जेल जाने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खुद 2022 में जिला संगठन के काम के लिए एक कोर कमेटी का गठन किया था। बाद में अनुब्रत के जेल से आने के बाद भी कोर कमेटी ही काम करती रही। बीरभूम में नौ सदस्यीय समिति में अनुब्रत मंडल, अभिजीत सिन्हा, आशीष बनर्जी, मंत्री चंद्रनाथ सिन्हा, विकास रॉयचौधरी, सुदीप्तो घोष और काजल शेख शामिल हैं। इसके अलावा दो सांसद शताब्दी रॉय और असित माल कोर कमेटी के आमंत्रित सदस्य हैं। इनके जिम्मे जिला संगठन चलाने की जिम्मेदारी है। इस बीच अनुब्रत मंडल विवादों में घिर गए। उन पर बोलपुर थाने के आईसी लिटन हलदर को अपशब्द कहने का आरोप लगा है। हंगामा तब शुरू हुआ जब दोनों के बीच हुई बातचीत का ऑडियो वायरल हो गया। उस ऑडियो के आधार पर अनुब्रत के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। इस प्रभावशाली नेता के खिलाफ दो गैर-जमानती धाराओं समेत चार धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। उन्हें नोटिस भेजकर थाने बुलाया गया था लेकिन वे हाजिर नहीं हुए। उन्होंने कहा कि वे बीमार हैं। हालांकि, पिछले गुरुवार को वे हाजिर हुए। करीब 2 घंटे तक उनसे पूछताछ भी हुई। इस बीच, तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व ने कोर कमेटी के सदस्यों को कोलकाता बुलाया है, जिससे अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। माना जा रहा है कि पार्टी उस बैठक में अनुब्रत मंडल के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकती है।