कोलकाता सिटी

तौसीफ ने पुलिस से बचने के लिए बदल लिया था अपना हुलिया

एक ऐप से नाई बुलाकर करायी थी हेयर कटिंग व शेविंग

कोलकाता : आनंदपुर के गेस्ट हाउस में कमरा किराये पर लेने के बाद बिहार के गैंगस्टर तौसीफ बादशाह ने अपना हुलिया बदला था। उसने खुद को पुलिस की नजर से बचाने के लिए एक ऐप के जरिए होटल के कमरे में नाई बुलाकर हेयर कटिंग और शेविंग करायी थी। इसकी जानकारी मंगलवार को कोलकाता पुलिस के एसटीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी। उन्होंने बताया कि बिहार पुलिस से सूचना मिलने के बाद कोलकाता पुलिस के एसटीएफ अधिकारी अभियुक्तों की तलाश में लग गये। शनिवार की दोपहर एसटीएफ अधिकारियों को पता चला कि तौसीफ और उसके साथियों की कार आनंदपुर के नामी आवासन के पास देखी गयी है। इसके बाद शाम को पुलिस की टीम इलाके में गयी तो अभियुक्तों की कार को एक मकान के बाहर खड़ा पाया। इसके बाद पास के होटल में जाने पर उसके रजिस्टर की जांच करते ही पता चला कि शुक्रवार को वहां पर एक महिला सहित 5 लोग आये थे। होटल कर्मियों से पूछताछ करने पर पुलिस को पता चला कि होटल से कुछ दूरी पर खड़ी कार से ही कमरे में ठहरे लोग आये थे। इसके बाद होटल के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को खंगालकर पुलिस ने अभियुक्तों को चिह्नित किया। इसके बाद कोलकाता पुलिस के एसटीएफ के कमांडो और अधिकारियों ने होटल को घेरकर वहां तलाशी अभियान चलाया। तलाशी के दौरान दो कमरों से एक महिला सहित 5 लोगों को हिरासत में लिया गया। पहले कुछ मिनट तक एसटीएफ अधिकारी तौसीफ को पहचान नहीं सके। बाद में पूछताछ के दौरान तौसीफ ने खुद का नाम बताया तो पुलिस ने उसकी पहचान की। जांच के दौरान पुलिस को अभियुक्तों के पास कोई हथियार नहीं मिले। पुलिस के अनुसार चारों अभियुक्त यहां पर लम्बे समय तक छिपने के लिए पहुंचे थे।

40 मिनट तक शापूरजी आवासन में रुका था तौसीफ

जानकारी के अनुसार 17 जुलाई को पटना के अस्पताल में हत्या करने के बाद तौसीफ अपने भाई और दो साथियों के साथ कोलकाता के लिए निकल पड़ा था। बिहार पुलिस ने उनके बंगाल की तरफ आने की जानकारी बंगाल एसटएफ को दी थी। बिहार पुलिस ने बंगाल एसटीएफ को अभियुक्तों की कार का नंबर और अन्य जानकारी दी थी। पुलिस को पता चला कि अभियुक्त के पटना से भागने के बाद उनकी एक महिला साथी को पटना पुलिस ने पकड़ा था। उससे पूछताछ में उनके साथी शाहिल के बारे में पटना पुलिस को पता चला। शाहिल से पूछताछ में पता चला कि उसने ही तौसीफ और उसके भाई एवं साथियों के लिए न्यूटाउन में ठहरने की व्यवस्था की है। शाहिल ने शापूरजी में रहनेवाले अपने परिचित को बताया था कि तौसीफ और उसका भाई एक हत्या करने के बाद छिपने के लिए कोलकाता जा रहे हैं, उन्हें कुछ दिन वहां रखना है। ऐसे में 17 जुलाई की देर रात जब तौसीफ ने शापूरजी आवासन में पहुंचकर वहां रहनेवाले युवक को फोन किया तो उसने फोन नहीं उठाया। करीब 40 मिनट तक शापूरजी आवासन में रहने के बाद वह बाहर निकल गया। आरोप है कि तौसीफ ने बाहर निकलने से पहले आवासन के सिक्योरिटी गार्ड से फोन लेकर शाहिल को फोन किया था। उसने शाहिल से कहा कि उसका आदमी नहीं आया इसलिए वह निकल रहा है। इसके बाद वह कार लेकर पार्क स्ट्रीट पहुंचा। शुक्रवार की दोपहर तक पार्क स्ट्रीट के होटल में ठहरने के बाद वह आनंदपुर के लिए निकल पड़ा। आनंदपुर के गेस्टहाउस में कमरा लेने के बाद उन्होंने कार को होटल से 80 मीटर दूर स्थित एक मकान के बाहर खड़ा कर दिया। उक्त कार के नंबर के जरिए बंगाल एसटीएफ और कोलकाता पुलिस की एसटीएफ अभियुक्तों तक पहुंची।

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