कोलकाता सिटी

लक्ष्मी भंडार योजना के तहत 22 महिलाओं के रुपये हड़प रहा था जालसाज

मोचीपाड़ा थाना इलाके की घटना

कोलकाता : राज्य सरकार की लोकप्रिय लक्ष्मी भंडार योजना में भी अब धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। आरोप है कि पिछले लगभग तीन वर्षों से 22 महिलाओं के नाम पर पैसे हड़पे जा रहे थे। इस सिलसिले में मोचीपाड़ा थाना की पुलिस ने उमेश कुमार दास नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मंगलवार को आरोपित को बैंकशाल कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। इससे पहले गिरीश पार्क थाने में भी एक महिला ने अभियुक्त के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करायी है।

अभियुक्त की पत्नी और साली ने किया घोटाले का खुलासा

इस मामले में खास बात यह है कि आरोपित की पत्नी और साली ही शिकायतकर्ता हैं। उन्होंने ही इस घोटाले का खुलासा किया। जानकारी के मुताबिक, लक्ष्मी भंडार योजना के तहत 22 महिलाओं को मिलने वाले रुपये सरकारी बैंक की एक शाखा से नियमित रूप से निकाले जा रहे थे। यह सिलसिला पिछले तीन वर्षों से चल रहा था। आरोप है कि लक्ष्मी भंडार योजना के फॉर्म भरने के कई साल बाद भी रुपये नहीं मिलने पर आवेदनकारी महिलाएं निगम मुख्यालय पहुंचीं तो उन्हें पता चला कि उनके नाम पर रुपये भेजे जा रहे हैं। उक्त रुपये एक सरकारी बैंक के अकाउंट में जमा हो रहे हैं और उसे हर महीने निकाल लिया जा रहा है। ऐसे में महिलाओं ने निगम के बोरो 5 में काम करने वाले उमेश दास के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करायी। पुलिस सूत्रों ने यह भी बताया है कि मामले में दो लोगों ने गुप्त रूप से बयान दिया है। मंगलवार को सुनवाई के दौरान सरकारी वकील ने आरोपित की जमानत का कड़ा विरोध किया। अदालत ने आरोपित उमेश कुमार दास को 19 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया है। पुलिस अब इस मामले में और भी लोगों की संलिप्तता की जांच कर रही है। यह घटना लक्ष्मी भंडार जैसी सामाजिक योजना की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर रही है।


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