कोलकाता: केंद्र के संसदीय दल ने दुनिया को 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता और आतंकवाद से निपटने में भारत की 'जीरो टॉलरेंस' नीति से अवगत कराया है। इस टीम के महत्वपूर्ण सदस्य, अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने जापान से लेकर मलेशिया तक हर जगह पाकिस्तान के खिलाफ आवाज उठायी है। कुआलालंपुर में एक बैठक में आतंकवाद से निपटने पर देश की स्थिति स्पष्ट करने के बाद अभिषेक सहित पूरे संसदीय दल ने मलेशिया की पीपुल्स जस्टिस पार्टी (पीकेआर) के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की ओर से अभिषेक ने पाकिस्तान का चेहरा दुनिया के सामने बेनकाब करने के लिए सभी देशों का दौरा कर आतंकवाद से निपटने पर भारत की स्थिति को बार-बार स्पष्ट किया है। बताया जा रहा है कि बैठक के दौरान पीकेआर सदस्यों के साथ भारत की आतंकवाद विरोधी पहल और पूरे विश्व में शांति और स्थिरता बनाए रखने की संयुक्त प्रतिबद्धता पर रचनात्मक चर्चा हुई।
मलेशिया के प्रमुख थिंक टैंकों और शिक्षा जगत के साथ किया विचार-विमर्श
देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री चाहे जितनी बार बंगाल आकर ममता और अभिषेक के विरोध में राजनीति करें, राष्ट्र की संप्रभुता और सुरक्षा की रक्षा को राजनीतिक हितों को परे रखते हुए भारत का विजय गान मलेशिया में भी सुनाई दिया है। इसी के साथ टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी सहित सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने मलेशिया के प्रमुख थिंक टैंकों और शिक्षा जगत के साथ विचार-विमर्श किया। चर्चा के केंद्र में क्षेत्रीय सुरक्षा, आतंकवाद विरोधी सहयोग और तेजी से बदलती वैश्विक व्यवस्था में लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा का महत्व रहा। इससे पहले, कुआलालंपुर की यात्रा रविवार को मलेशिया में भारतीय उच्चायुक्त बी.एन. रेड्डी के साथ एक निजी बैठक के साथ शुरू हुई। सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का दिन रविवार को रामकृष्ण मिशन के दौरे के साथ समाप्त हुआ। अभिषेक ने दिन के कार्यक्रम और अनुभव को सोशल मीडिया पर साझा किया। संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने मलेशिया में प्रवासी भारतीयों से भी बातचीत की। अभिषेक ने भारत की विरासत और संस्कृति को दुनिया भर में जीवित रखने के लिए उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।