कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तत्परता और संवेदनशीलता के चलते 9 वर्षीय रुद्र चटर्जी का इलाज गुरुवार को एसएसकेएम अस्पताल में शुरू हो गया। विशेषज्ञ डॉक्टरों की निगरानी में रुद्र का इलाज किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने की त्वरित मदद
बुधवार शाम को भवानीपुर के कंसारीपाड़ा स्थित शीतला मंदिर के सामने रुद्र के माता-पिता आर्थिक सहायता की आस में खड़े थे। उसी समय पूजा के लिए पहुंचीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की नजर उन पर पड़ी। उन्होंने तुरंत रुद्र की स्थिति की जानकारी ली और तत्काल इलाज की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री के इस हस्तक्षेप के बाद गुरुवार की सुबह रुद्र के पिता दशरथ चौधरी और माता ललिता एसएसकेएम अस्पताल के निदेशक से मिले।
गंभीर फेफड़े की बीमारी से ग्रसित है रुद्र
रुद्र दो साल की उम्र से ही गंभीर फेफड़े की बीमारी से पीड़ित है। प्रारंभिक जांच के बाद उसे डॉक्टर दीपांकर गुप्ता की देखरेख में अस्पताल में भर्ती किया गया। एचआरसीटी स्कैन में उसके फेफड़ों में मिलिट्री नोड्यूल्स और छाती में लिम्फ नोड्स की सूजन पाई गई। गुरुवार रात रुद्र की तबीयत बिगड़ गई, और उसका ऑक्सीजन स्तर गिरकर 60 एमएम एचजी तक पहुंच गया, जिसे इनहेलर की मदद से स्थिर किया गया।
आर्थिक तंगी से जूझ रहा है परिवार
रुद्र के पिता दशरथ चौधरी मूल रूप से अलीपुरदुआर जिले के बीरपाड़ा के निवासी हैं और सिलीगुड़ी की सड़कों पर चप्पल बेचकर परिवार का गुजारा करते हैं। पिछले दो वर्षों से वे अपने बेटे के इलाज के लिए नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के चक्कर लगा रहे थे, जहां हर बार एंबुलेंस का खर्च 5,000 रुपये तक आता था। अब तक वे इलाज पर 9 लाख रुपये खर्च कर चुके हैं और वर्तमान में वे दोस्तों की आर्थिक मदद पर निर्भर हैं।
स्थानीय प्रशासन की देखरेख में इलाज जारी
मुख्यमंत्री के निर्देश पर वार्ड नंबर 71 के ब्लॉक अध्यक्ष और समन्वयक बबलू सिंह रुद्र की देखभाल कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'हम सभी रुद्र के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं और हर संभव मदद के लिए तैयार हैं।' रुद्र के पिता दशरथ चौधरी ने भावुक होकर कहा, 'दीदी का यह आश्वासन हमें मां शीतला के आशीर्वाद जैसा लगा।'