कोलकाता सिटी

अमेरिका में 4 में से 1 अंतरराष्ट्रीय छात्र भारत से

2024 में 4.2 लाख भारतीय छात्रों ने बढ़ाया आंकड़ा

सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता / नयी दिल्ली : 2024 में अमेरिका में सक्रिय F-1 और M-1 अंतरराष्ट्रीय छात्र SEVIS रिकॉर्ड की कुल संख्या 15.8 लाख थी, जो पिछले वर्ष की तुलना में 5.3% की वृद्धि दर्शाती है। अमेरिकी इमिग्रेशन और कस्टम्स एनफोर्समेंट (ICE) की रिपोर्ट ‘SEVIS बाय द नंबर्स 2024’ के अनुसार, 229 से अधिक देशों से आए अंतरराष्ट्रीय छात्रों में भारत से आए छात्रों ने इस वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

एशिया से सबसे अधिक छात्र:
एशिया से लगभग 11 लाख छात्र अमेरिका में पढ़ रहे हैं, जो कुल विदेशी छात्र आबादी का करीब 72% है। भारत से 4.2 लाख छात्रों की संख्या 2023 की तुलना में 11.8% अधिक है, जबकि चीन से 3.2 लाख छात्रों की संख्या में 0.25% की मामूली कमी आई। 2024 में भारतीय छात्र कुल विदेशी छात्रों का 27% और चीनी छात्र 20% थे।

उच्च शिक्षा में दबदबा:
ICE की रिपोर्ट के अनुसार, 90% से अधिक (14.3 लाख) अंतरराष्ट्रीय छात्र उच्च शिक्षा डिग्री प्रोग्राम में दाखिल थे। कैलिफोर्निया में सबसे अधिक 2.37 लाख और न्यूयॉर्क में 1.72 लाख विदेशी छात्र पढ़ रहे हैं।

2024-2025 में गिरावट:
हालांकि, हाल के रुझान उत्साहजनक नहीं हैं। बोस्टन कॉलेज के प्रोफेसर क्रिस आर. ग्लास के विश्लेषण के अनुसार, मार्च 2024 से मार्च 2025 के बीच सक्रिय छात्रों की संख्या 11.53 लाख से घटकर 10.22 लाख हो गई, यानी 11.3% की गिरावट। भारतीय छात्रों की संख्या 28% घटकर 3.54 लाख से 2.55 लाख हो गई, जबकि चीनी छात्रों की संख्या 3.28% बढ़कर 2.63 लाख हो गई। ग्लास का कहना है कि यह गिरावट बाइडन प्रशासन के दौरान शुरू हुई थी और ट्रम्प प्रशासन की नीतियों का प्रभाव अभी दिखना बाकी है।

अमेरिका की चमक फीकी क्यों?
भारतीय छात्रों के लिए अमेरिका की आकर्षण कम होने के कई कारण हैं:

SEVIS रिकॉर्ड और F-1 वीजा की अचानक समाप्ति, जिसके कारण कई छात्रों को स्वदेश लौटना पड़ा।

STEM छात्रों के लिए ऑप्शनल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग (OPT) कार्यक्रम की अनिश्चितता।

सोशल मीडिया स्क्रूटनी नीति के कारण कॉन्सुलेट साक्षात्कारों का अस्थायी निलंबन।

कॉर्पोरेट अमेरिका में बड़े पैमाने पर छंटनी।
इसके चलते मार्च 2026 तक आंकड़े और कम हो सकते हैं।

STEM में भारतीय छात्रों का दबदबा:
अंतरराष्ट्रीय छात्रों को एक साल का OPT मिलता है, लेकिन STEM (साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथमेटिक्स) के छात्रों को अतिरिक्त दो साल का कार्य अनुभव मिलता है। 2024 में 1.94 लाख OPT छात्रों ने रोजगार प्राधिकरण दस्तावेज (EAD) के साथ काम किया, जो 2023 के 1.60 लाख से 21.1% अधिक है। STEM-OPT एक्सटेंशन प्रोग्राम में 1.65 लाख छात्र शामिल थे, जिनमें 48% भारतीय और 20.4% चीनी छात्र थे।

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