यी छापामारी
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : पटना के एक अस्पताल में कुख्यात गैंगस्टर की गोली मारकर हत्या के मामले में पुलिस ने न्यूटाउन और आनंदपुर इलाके से 10 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। बिहार पुलिस के एसटीएफ और राज्य पुलिस एसटीएफ ने शनिवार को संयुक्त तलाशी में सभी संदिग्धों को हिरासत में लिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार शनिवार की सुबह पहले न्यूटाउन से सापुरजी आवासन में छापामारी की गयी। वहां से दो फ्लैट से 5 लोगों को हिरासत में लिया गया। इसके बाद दुर्गापुर एक्सप्रसवे पर दिखी एक सफेद कार का पीछा करते हुए शनिवार की शाम बिहार एसटीएफ ने कोलकाता बंगाल एसटीएफ के साथ आनंदपुर के मदुरदाह इलाके के गेस्टहाउस में छापामारी की। यहां से एक महिला सहित 5 लोगों को हिरासत में लिया गया। स्थानीय लोगों के अनुसार आनंदपुर के गेस्ट हाउस से एक संदिग्ध व्यक्ति को पुलिस एम्बुलेंस में ले गयी। फिलहाल पुलिस इन सभी लोगों से पूछताछ कर हत्या के मामले की जांच कर रही हैै।
किराये के फ्लैट में रहते हैं संदिग्ध युवक
बिधाननगर पुलिस के सूत्रों ने बताया कि बिहार पुलिस द्वारा न्यूटाउन से पकड़े गए पांच लोगों में से दो एक निजी विश्वविद्यालय के छात्र हैं। बाकी नौकरीपेशा हैं। पिछले कुछ महीनों से वे सापुरजी हाउसिंग में एक किराये के फ्लैट में रहते थे। मकान मालिक ने विधाननगर कमिश्नरेट को भी उनके बारे में जानकारी सौंपी है। हालांकि, बिहार पुलिस गिरोह के सरगना शेरू सिंह और तौसीफ के बीच संबंधों की जांच कर रही है। चार साल पहले, अन्य राज्यों के गैंगस्टर इसी सापुरजी आवासन में छिपे हुए थे। तब राज्य एसटीएफ अधिकारी के साथ मुठभेड़ में अपराधी की मौत हो गई थी।
आवासन के दो ब्लॉक में 22 मिनट तक पुलिस ने चलाया ऑपरेशन
पुलिस सूत्रों ने बताया कि बंगाल पुलिस के जासूसों ने बिहार पुलिस को तौसीफ और न्यू टाउन के एक व्यक्ति के बीच हाल ही में मोबाइल फोन पर हुई बातचीत के बारे में जानकारी दी। उस सूचना के आधार पर शनिवार की सुबह करीब 6:10 बजे बिहार और राज्य पुलिस एसटीएफ के अधिकारियों ने न्यू टाउन में सापुरजी के सुखबृष्टि हाउसिंग के एम ब्लॉक में मकान नंबर 73 के कमरा 406 पर छापा मारा। वहां से तीन लोगों को हिरासत में लेने के बाद जासूसों ने एल ब्लॉक से दो और लोगों को हिरासत में लिया। आवासन में यह 'ऑपरेशन' लगभग 22 मिनट तक चला। राज्य और बिहार पुलिस के एसटीएफ अधिकारियों ने उनसे संयुक्त रूप से पूछताछ की। बिहार एसटीएफ का मानना है कि पकड़े गये लोगों में से कम से कम एक का बिहार के शार्प शूटरों से सीधा संपर्क हो सकता है।
दुर्गापुर एक्सप्रेसवे पर देखी गयी थी संदिग्ध सफेद कार
पुलिस सूत्रों के अनुसार, गैंगस्टर चंदन मिश्रा की हत्या करने के बाद अपराधी पटना के अस्पताल से एक सफेद कार में भाग गए। दुर्गापुर एक्सप्रेसवे पर एक टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी की फुटेज में संदिग्ध कार की तस्वीर कैद हो गई। उस स्रोत से सूचना मिलने पर, राज्य पुलिस और बंगाल पुलिस के जासूसों ने राजमार्ग की कई फुटेज को कब्जे में लिया। उसकी जांच करने पर पता चला कि कार पूर्वी कोलकाता के आनंदपुर में एक आवासन में प्रवेश कर चुकी है। इस बीच आनंदपुर के मदुरदाह इलाके के गेस्ट हाउस में शनिवार की शाम छापामारी कर पुलिस ने एक महिला सहित 5 लोगों को हिरासत में लिया है।
पुरुलिया जेल में रची गयी थी गैंगस्टर की हत्या की साजिश
इस बीच, पुरुलिया जेल में बैठकर पटना में गैंगस्टर चंदन मिश्रा की हत्या की योजना बना रहे शेरू सिंह से 'हरी झंडी' मिलने के बाद तौसीफ ने अस्पताल में उसकी हत्या की साजिश रची। अगस्त 2023 में बिहार के बेउर जेल में सजा काटते हुए शेरू सिंह ने पुरुलिया और रानाघाट में दो प्रसिद्ध आभूषण कंपनियों को लूटने की योजना बनाई। उस डकैती के सिलसिले में गिरफ्तार शेरू उसी वर्ष अक्टूबर से पुरुलिया जेल में है।
इस बीच, सापुरजी के के ब्लॉक निवासी सुब्रत साहा ने कहा कि आवास के मुख्य द्वार पर कोई सुरक्षा नहीं है। सापुरजी में पर्याप्त सीसीटीवी कैमरे भी नहीं हैं। अंदर लोगों की स्वतंत्र आवाजाही है। कुछ आवास समितियों ने अपनी स्वयं की व्यवस्था की है। पुलिस ने बताया कि आवास की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।