हिजाब विवाद का असर 
झारखंड

'3 लाख सैलरी, मनचाही पोस्टिंग', झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री का बिहार की डॉक्टर को जॉब ऑफर

नकाब विवाद पर सियासी घमासान

रांची : झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने शनिवार को कहा कि नियुक्तिपत्र बांटे जाने के दौरान हुए नकाब विवाद के बाद उन्होंने बिहार की महिला डॉक्टर को तीन लाख रुपये का मासिक वेतन, मनचाही तैनाती और एक सरकारी फ्लैट की पेशकश की है।

अंसारी ने आरोप लगाया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक महिला का नकाब हटाकर नकाब और मुस्लिम समुदाय को अपमानित करने की कोशिश की।

उन्होंने जामताड़ा में कहा, मैंने उस महिला डॉक्टर को झारखंड आमंत्रित किया है और उन्हें तीन लाख रुपये महीने का वेतन, एक फ्लैट, मनचाही तैनाती और पूरी सुरक्षा के साथ नौकरी की पेशकश की है।

उन्होंने कहा, जिस तरह एक डॉक्टर और एक महिला को अपमानित किया गया और उनके नाकाब को खींचकर अभद्र व्यवहार किया गया, वह सिर्फ एक व्यक्ति पर हमला नहीं है, बल्कि यह इंसान की गरिमा, सम्मान और खुद संविधान पर सीधा हमला है।

यह घटना सोमवार को पटना में मुख्यमंत्री सचिवालय में हुई, जब आयुष डॉक्टर अपनी नियुक्ति पत्र प्राप्त करने के लिए एकत्रित हुए थे। घटना का एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर सामने आया जिससे राजनीतिक विवाद उत्पन्न हो गया। जब महिला अपना नियुक्ति पत्र लेने आयी, तब कुमार ने उसका नाकाब देखा, पूछा "यह क्या है?" और फिर नकाब हटा दिया।

अंसारी की पेशकश पर प्रतिक्रिया देते हुए, BJP के पूर्व विधायक भानु प्रताप साही ने इसे 'तुष्टीकरण की राजनीति' बताया। पूर्व भवनाथपुर विधायक ने ‘X’ पर एक वीडियो पोस्ट करके अंसारी से सवाल किया कि वह किस रोजगार नीति के तहत बिहार के एक डॉक्टर को नौकरी देंगे। साही ने यह भी सवाल किया कि वह झारखंड के बेटे-बेटियों को नौकरी क्यों नहीं देते।

वीडियो में अंसारी का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, यह तुष्टीकरण की हद है। झारखंड झारखंडियों का है। अपना फैसला वापस लें।

इस बीच, एक सामाजिक कार्यकर्ता ने इस घटना के सिलसिले में कुमार के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी है। मोहम्मद मुर्तजा आलम ने कुछ ग्रामीणों के साथ मिलकर गुरुवार को इतकी थाने में यह शिकायत दी। इतकी थाने के प्रभारी मनीष कुमार ने कहा कि यह शिकायत एक वीडियो के आधार पर दी गई है, जिसमें कुमार कथित तौर पर महिला डॉक्टर का नाकाब हटाते हुए दिख रहे हैं।

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