म्यांमार के सैन्य प्रमुख मिन आंग ह्लाइंग  
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म्यांमार : ट्रंप की 40% टैरिफ से भी खुश हुआ मिन आंग ह्लाइंग

पत्र लिखकर ट्रंप के अतिरिक्त शुल्क लगाने के निर्णय को सही बताया

नेपीदॉ : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पिछले कुछ दिनों से दुनिया के कई नेताओं को पत्र भेजकर उनके देशों के निर्यात पर टैरिफ बढ़ाने की चेतावनी दे रहे हैं। ट्रम्प के इस कदम से दुनिया के ज्यादातर देश परेशान हैं, जबकि म्यांमार इसे एक मौके के रूप में देख रहा है। साल 2021 में आंग सान सू की की चुनी हुई सरकार को हटाकर देश पर कब्जा करने वाले म्यांमार के सैन्य प्रमुख मिन आंग ह्लाइंग ने इस पर खुशी जताते हुए इस पत्र को सैन्य सरकार के लिए मान्यता बताया।

दरअसल ट्रम्प ने म्यांमार पर भी 40% टैरिफ लगा दिया है और इससे संबंधित एक पत्र शीर्ष शासन को भेजा है। मिन आंग ह्लाइंग ने ट्रम्प के पत्र के जवाब में अंग्रेजी और बर्मी भाषाओं में एक लंबी चिट्ठी लिख डाली है। जिसमें उन्होंने ट्रम्प के इस कदम को सही बताते हुए उनके नेतृत्व की तारीफ की है। साथ ही म्यांमार में सैन्य सरकार के सत्ता कब्जाने को सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि ‘जैसे साल 2020 में अमेरिका में चुनाव में गड़बड़ी हुई थी, ठीक वैसे ही म्यांमार में भी चुनावी धोखाधड़ी हुई थी। सैन्य प्रमुख ह्लाइंग यहीं नहीं रुके। उन्होंने ट्रंप से म्यांमार को रियायत देते हुए सिर्फ 10-20% का टैरिफ लगाने की गुहार लगाई है। उन्होंने यह भी कहा कि म्यांमार अमेरिका की विशाल अर्थव्यवस्था से जुड़े रहना चाहता है और जरूरत पड़ी तो म्यांमार जल्द ही अमेरिका से बातचीत के लिए उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भेज सकता है।

जानकारी हो कि म्यांमार की सेना ने साल 2021 में आंग सान सू की की चुनी हुई सरकार को हटाकर देश पर कब्जा कर लिया था, जिससे म्यांमार गृहयुद्ध में फंस गया। इसके बाद अमेरिका ने म्यांमार के कई सैन्य नेताओं पर प्रतिबंध लगा दिए थे। अमेरिका और बाकी पश्चिमी देशों ने सैन्य सरकार को मान्यता नहीं दी है। म्यांमार की सैन्य सरकार फिलहाल रूस और चीन जैसे देशों की मदद पर निर्भर है।

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