नई दिल्ली: यूनाइटेड नेशन के मुताबिक दुनिया भर में करीब 195 देश हैं। जिनमें सबसे छोटा देश वैटिकन सिटी को माना जाता है। हालांकि, इससे भी एक छोटा देश है, जो महज दो पिलर पर टिका है। इसका नाम सीलैंड (Sealand) है।
दरअसल, दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान ब्रिटिश की रॉयल नेवी द्वारा एक बार सीलैंड का उपयोग किया गया था। ब्रिटिश द्वारा सीलैंड का इस्तेमाल जर्मनी के हमलों से निपटने के लिए किया गया था। साल 1967 में, पैडी रॉय बेट्स नाम के एक ब्रिटिश व्यक्ति ने इस जगह पर कब्जा कर लिया और अवैध तरीके से अपना रेडियो स्टेशन चलाने लगा। इसके अलावा उन्होंने इस जगह का एक संप्रभुत्व राज्य के रूप में दावा किया। जानकारी के मुताबिक यहां शासन राजशाही तरीके से चलता है। इस समय इस देश के प्रिंस माइकल बेट्स हैं।
यहां की आबादी है 25-30
सीलैंड इंग्लैंड से करीब 10 से 12 किलोमीटर की दूरी पर समुद्र के बीच बसा हुआ है। यहां की आबादी करीब 25 से 30 हैं। जी हां, आपने सही सुना, यहां करीब इतने ही लोग रहते हैं। क्षेत्रफल के हिसाब से इस देश का साइज एक फुटबॉल के मैदान से भी कम है। लेकिन इस देश की अपनी खुद की एक फुटबॉल टीम भी है। इसके अलावा इस देश का अपना संविधान और झंडा भी है। वहीं, इस देश को दुनिया के कई देशों ने मान्यता भी दी है। सीलैंड का अपना संविधान है, अपना झंडा है, और यहां तक कि इसका अपना ऑफिशियल मोटो "E Mare, Libertas" भी है और इसका अर्थ है "समुद्र से, स्वतंत्रता।"
कई भयानक हादसों से गुजरा देश
इतनी छोटी सी जगह के लिए सीलैंड का इतिहास है। अपने अस्तित्व के पिछले पांच दशकों में, इस माइक्रोनेशन ने शाही मौतों, बंधक स्थितियों, क्षेत्रीय विवादों और यहां तक कि हेलीकाप्टर लड़ाइयों को भी देखा है। लेकिन आज भी यह दुनिया में अपना अस्तित्व बनाए हुए है।