सीमा पर शुरू हुई जंग के कारण नए आशियाने तलाशने निकले कंबोडियाई नागरिक। 
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थाईलैंड और कंबोडिया के बीच संघर्ष बढ़ा, हजारों लोग विस्थापित

हमलों में अब तक 33 लोगों की मौत, जिसमें थाईलैंड के 20 और कंबोडिया के 13 लोग शामिल

सुरिन (थाईलैंड) : थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा पर शनिवार को लगातार तीसरे दिन संघर्ष जारी रहा, जिसमें अब तक कुल 33 लोग मारे जा चुके हैं और 168,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर फिर से हमले करने का आरोप लगाया है। दोनों पर युद्ध विराम के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है। कई सीमावर्ती गांवों के पास गोलीबारी की खबरें आई है, जिससे लड़ाई और बढ़ गई है। गुरुवार को सीमा पर एक बारूदी सुरंग में विस्फोट होने सेपांच थाई सैनिकों के घायल होने के बाद संघर्ष फिर से भड़क गया। कंबोडियाई और थाई अधिकारियों ने जवाबी कार्रवाई करने का दावा किया है। दोनों देशों ने अपने राजदूतों को वापस बुला लिया है। थाईलैंड ने कंबोडिया से लगी अपनी उत्तर-पूर्वी सीमा को बंद कर दिया है। कंबोडिया के अधिकारियों ने शनिवार को 12 और लोगों की मौत होने की सूचना दी, जिससे देश में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 13 हो गई। दूसरी ओर थाईलैंड के अधिकारियों ने कहा कि एक सैनिक की मौत के बाद मृतकों की संख्या 20 हो गई, जिनमें अधिकतर आम लोग हैं। क्षेत्रीय समूह दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ (आसियान) पर अपने दोनों सदस्य देशों के बीच तनाव कम करने का दबाव बढ़ रहा है। शुक्रवार को एक आपात बैठक के दौरान, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने तनाव कम करने का आह्वान किया और आसियान से शांतिपूर्ण समाधान के लिए मध्यस्थता कराने की अपील की।

कंबोडियाई सैनिक की मौत के बाद बढ़ा तनाव : थाईलैंड और कंबोडिया के बीच 800 किलोमीटर लंबी सीमा दशकों से विवादित रही है, लेकिन पिछले टकराव सीमित और संक्षिप्त रहे हैं। मौजूदा तनाव मई में तब शुरू हुआ जब एक टकराव में एक कंबोडियाई सैनिक की मौत हो गई। इससे कूटनीतिक तनाव पैदा हो गया और थाईलैंड की घरेलू राजनीति में उथल-पुथल मच गई। कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि थाईलैंड ने शनिवार तड़के पुरसात प्रांत में कई जगहों पर पांच भारी तोपों से गोले दागे। कंबोडिया ने इसे अकारण और पूर्वनियोजित आक्रामक कार्रवाई बताया। मंत्रालय की प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल माली सोचेता ने कहा कि कोह कांग प्रांत में तनाव बढ़ गया है, जहां कथित तौर पर चार थाई नौसैनिक जहाज तट के पास पहुंच गए हैं जबकि चार अन्य रास्ते में हैं। उन्होंने कहा कि नौसैनिकों तैनाती एक आक्रामक कार्रवाई है जिससे तनाव और बढ़ने का खतरा है। माली सोचेता ने कहा कि दो दिनों की लड़ाई में 7 आम लोग और 5 सैनिकों की मौत हुई है।

एक दूसरे पर आरोप : थाईलैंड की सेना ने कंबोडियाई नागरिक स्थलों को निशाना बनाने से इनकार किया है और कंबोडिया पर आवासीय क्षेत्रों के पास हथियार तैनात करके मानव ढाल का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। इस बीच, थाईलैंड की नौसेना ने शनिवार को कंबोडियाई बलों पर ट्राट प्रांत में एक फिर से हमला शुरू करने का आरोप लगाया और कहा कि थाई बलों ने तेजी से जवाब दिया। थाईलैंड की सेना ने कहा कि तीन प्रमुख बिंदुओं पर कंबोडियाई घुसपैठ को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया गया। थाईलैंड ने चेतावनी देते हुए कहा कि आक्रामकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

संयुक्त राष्ट्र ने बुलाई आपात बैठक : इस पहले, शुक्रवार देर रात संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने न्यूयॉर्क में एक आपातकालीन बैठक की, जबकि मलेशिया ने दोनों देशों से संघर्ष समाप्त करने का आह्वान किया और मध्यस्थता की पेशकश की। मलेशिया फिलहाल 10 देशों के समूह आसियान की अध्यक्षता कर रहा है। सुरक्षा परिषद ने कोई बयान जारी नहीं किया, लेकिन परिषद के एक राजनयिक ने बताया कि सभी 15 सदस्यों ने थाईलैंड और कंबोडिया से तनाव कम करने, संयम बरतने और विवाद को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने का आह्वान किया है। राजनयिक ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि परिषद ने दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्रों के संगठन (आसियान) से सीमा पर जारी झड़प को सुलझाने में मदद करने का आग्रह किया। यह बैठक निजी थी।

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