श्रीनगर में छापामारी के दौरान चौकस सुरक्षा बल 
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आतंकवाद : जम्मू-कश्मीर में कई जगहों पर छापामारी

एनआईए के अधिकारियों ने कई स्थानों पर मारे छापे

श्रीनगर (जे के ब्यूरो): राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने आतंकवाद से जुड़े एक मामले में मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर और सोपोर इलाकों में कई स्थानों पर छापामारी की।
अधिकारियों ने बताया कि एनआईए के अधिकारियों ने आतंकवाद से संबंधित मामले में जावेद अहमद शेख, ए आर शल्ला और निसार अहमद नामक तीन व्यक्तियों के घरों पर छापमारी की। इसके साथ ही श्रीनगर में भी दो स्थानों पर छापामारी की गयी। सोपोर कस्बे के एक व्यक्ति के श्रीनगर स्थित घर और कार्यालय परिसर पर छापा मारा गया। उन्होंने बताया कि छापामारी जारी है तथा विस्तृत जानकारी का इंतजार किया जा रहा है।
24 स्थानों पर तलाशी अभियान चल रहा है
सुरक्षा बलों ने जम्मू क्षेत्र के विभिन्न जिलों में पिछले साल कई हमले करने वाले आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के तहत मंगलवार को नियंत्रण रेखा के पास करीब दो दर्जन स्थानों पर व्यापक तलाशी अभियान चलाया। अधिकारियों ने बताया कि जिन स्थानों पर अभियान चलाया गया है, उनमें अधिकतर ऊंचाई वाले और जंगली इलाके हैं। आतंकवादियों ने 2021 से राजौरी और पुंछ सीमावर्ती जिलों में घातक हमले करने के बाद पिछले वर्ष जम्मू क्षेत्र के छह अन्य जिलों में अपनी गतिविधियां फैला दीं , जिनमें 18 सुरक्षाकर्मियों और 13 आतंकवादियों सहित 44 लोग मारे गए। हालांकि पीर पंजाल के राजौरी और पुंछ जिलों में पिछले वर्षों की तुलना में 2024 में आतंकवादी गतिविधियों में काफी गिरावट देखी गयी, लेकिन अप्रैल-मई के बाद से रियासी, डोडा, किश्तवाड़, कठुआ, उधमपुर और जम्मू में हुई घटनाएं सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय बन गयी हैं। अधिकारियों ने बताया कि तलाशी अभियान 23 स्थानों पर जारी है। उन्होंने बताया कि चिनाब घाटी के किश्तवाड़, डोडा और रामबन जिलों में 10, राजौरी-पुंछ क्षेत्र में सात और उधमपुर में तीन, रियासी में दो और जम्मू जिले में एक स्थान पर अभियान जारी है।
उन्होंने बताया कि सेना द्वारा संवेदनशील क्षेत्रों, विशेष रूप से घने जंगलों में पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के साथ मिलकर लगातार चलाए जा रहे अभियानों का उद्देश्य आतंकवाद का मुकाबला करना और जम्मू क्षेत्र में आतंकवाद फैलाने के पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों के आकाओं के प्रयासों को विफल करना है।
अधिकारी ने बताया कि गर्मियों की शुरुआत से पहले आगामी महीनों में तलाशी अभियानों को और तेज किया जाएगा। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले वर्ष डोडा, कठुआ एवं रियासी जिलों में हत्या की नौ-नौ घटनाएं, किश्तवाड़ में पांच घटनाएं, उधमपुर में चार घटनाएं, जम्मू एवं राजौरी में तीन-तीन घटनाएं और पुंछ में दो घटनाएं दर्ज की गयीं। अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में 18 सुरक्षाकर्मी और 13 आतंकवादी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों द्वारा मारे गए 14 आम नागरिकों में शिव खोड़ी मंदिर से लौट रहे सात तीर्थयात्री और तीन ग्राम रक्षा गार्ड शामिल थे।

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