नई दिल्ली : पहलगाम आतंकवादी हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों को मिलिट्री ट्रेनिंग दी गयी थी। सूत्रों के मुताबिक हमले में शामिल आतंकवादियों को पाकिस्तानी स्पेशल सर्विस ग्रुप (एसएसजी) की ट्रेनिंग दी गयी थी। कुछ पूर्व आतंकवादियों से पूछताछ में कई अहम जानकारियां एजेंसियों के हाथ लगी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पाकिस्तानी आतंकवादी हाशिम मूसा जो कि पहलगाम हमले में शामिल था, वह खुद पाकिस्तान में एसएसजीका पैरा कमांडो रहा है। इस आतंकवादी पर 20 लाख का इनाम रखा गया है।
NIA जांच कर रही
एनआईए पहलगाम आतंकी हमले की जांच कर रही है। आतंकवादी साजिश का पता लगाने के लिए सबूतों की तलाश तेज कर दी है तथा प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ कर रही है। सुरक्षा एजेंसियों ने हमले में संलिप्तता के संदेह में तीन आतंकवादियों का स्कैच जारी किया था। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकियों के बारे में सूचना देने वाले को 20-20 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की गयी है।
हमले में लश्कर का मॉड्यूल शामिल
सूत्रों के अनुसार पहलगाम आतंकी हमले में लश्कर ए तैयबा का मॉड्यूल शामिल है। इस मॉड्यूल से जुड़े आतंकी सन् 2024 में ही घाटी में घुस आए थे। इन आतंकियों ने घाटी में कई हमलों को अंजाम दिया है। पाकिस्तानी सेना से ट्रेनिंग लेकर आए ये आतंकवादी छोटी-छोटी जगहों पर हमले करते हैं। साथ ही स्थानीय आतंकवादियों के छोटे-छोटे समूहों का नेतृत्व कर रहे हैं। वे आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा, जैश ए मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिद्दीन से जुड़े हैं।
खुफिया सुरक्षा एजेंसी सूत्रों के मुताबिक इसके पीछे आईएसआई का लक्ष्य है, कश्मीर में अधिकतम तबाही मचाना। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने 22 अप्रैल को 26 लोगों की हत्या कर दी थी जिनमें अधिकतर पर्यटक थे।जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और अर्द्धसैनिक बल पहलगाम और जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पीर पंजाल क्षेत्र के घने जंगलों में आतंकियों की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चला रहे हैं और इसमें मानव रहित हवाई वाहन (यूएवी) और ड्रोन जैसे नवीनतम उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है।