प्रधानमंत्री मोदी के साथ केपी शर्मा ओली की फाइल फोटो 
देश/विदेश

उचित समय पर भारत की यात्रा करूंगा : पीएम ओली

ओली बोले-नवंबर में प्रधानमंत्री मोदी नेपाल आएंगे, भारत मुझे पसंद नहीं करता, यह गलत

काठमांडू : चीन से करीबी संबंधों के कारण भारत नहीं बुलाए जाने की खबरों के बीच नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने कहा है कि वह उचित समय पर भारत की यात्रा करेंगे और उनकी यात्रा को लेकर दोनों पक्ष जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को नेपाल आने का निमंत्रण दिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी संभवतः नवंबर में नेपाल आएंगे। मैंने उन्हें पहले ही एक निमंत्रण भेज दिया है। उनके नेपाल आने के बाद मेरी भारत यात्रा उचित समय पर होगी। मोदी और ओली की मुलाकात चार अप्रैल को बैंकॉक में छठे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के दौरान हुई थी।

अटकलों को खारिज किया

ओली ने उन अटकलों को भी खारिज किया कि भारत उन्हें पसंद नहीं करता। उन्होंने कहा कि जब मैं प्रधानमंत्री बना, तो भारत ने कुछ भी गलत नहीं किया। एक अलग संदर्भ में ओली ने कहा कि भारत और चीन, दोनों के साथ हमारे बहुत अच्छे संबंध हैं। भारत और चीन, दोनों ही उभरती हुई आर्थिक शक्तियां हैं और यह अच्छी बात है कि हमारे पड़ोसी देश विकास की राह पर आगे बढ़ रहे हैं। नेपाली मीडिया में अटकलें लगाई जा रही है कि प्रधानमंत्री ओली को नयी दिल्ली से आधिकारिक यात्रा के लिए कोई निमंत्रण नहीं मिला है, जिससे यह संकेत मिलता है कि भारत के साथ उनके संबंधों में खटास आ गई है। सीपीएन-यूएमएल के अध्यक्ष ओली ने पिछले साल जुलाई में चौथी बार प्रधानमंत्री पद का कार्यभार संभाला था। उन्होंने प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद पहली विदेश यात्रा पर भारत जाने की परंपरा को तोड़ते हुए चीन जाने का फैसला किया था।

चीन-भारत संबंध पर भी बोले : उन्होंने भारत-चीन संबंधों और प्रतिस्पर्धा पर भी बातचीत की। ओली ने कहा कि नेपाल को उनके (भारत और चीन) विकास के प्रभाव से लाभ हो सकता है। ओली ने सलाह दी कि उन्हें (भारत और चीन को) अपने विकास पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, लेकिन गलाकाट प्रतिस्पर्धा में उलझना ठीक नहीं है। उनके बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। उन्हें सौहार्दपूर्ण संबंधों का रास्ता चुनना चाहिए, लेकिन ऐसा रास्ता नहीं, जो तनाव पैदा करे। यह पूछे जाने पर कि अगर भारत और चीन के बीच तनाव बना रहता है, तो इसका नेपाल पर क्या असर पड़ेगा, ओली ने कहा कि अगर दोनों देशों के बीच अच्छे संबंध होंगे, तो काठमांडू को भी लाभ होगा। उन्होंने कहा कि हमें उनके साथ सहयोग और सहभागिता से लाभ हो सकता है। साथ ही हम उनके बड़े बाजार से भी लाभ उठा सकते हैं।

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