देश/विदेश

ममता कुलकर्णी ने विवादों पर तोड़ी चुप्पी, कहा : 2 लाख उधार लेकर गुरु दक्षिणा दी

ममता कुलकर्णी पर लगा था 10 करोड़ देकर महामंडलेश्वर बनने का आरोप

नयी दिल्ली : अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को हाल ही किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर का पद मिला था, जिस पर बवाल मच गया और फिर उनको उस पद से ‘हटाया’ गया। बाद में ममता कुलकर्णी पर यह आरोप भी लगा कि उन्होंने महामंडलेश्वर बनने के लिए 10 करोड़ रुपये दिये थे।

‘मेरे पास तो एक करोड़ रुपये तक नहीं’
अभिनेत्री से ‘संन्यासिन’ बनीं ममता कुलकर्णी हाल ही एक टीवी निजी चैनल के कार्यक्रम में इस पर चुप्पी तोड़ते हुए दावा किया कि उनके पास तो एक करोड़ रुपये तक नहीं हैं। कार्यक्रम के दौरान उनसे उक्त आरोपों के बारे में पूछा गया था। इनमें से एक आरोप किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनने के लिए 10 करोड़ रुपये देने को लेकर भी था। इस पर ममता ने जवाब दिया कि उनके सारे बैंक खाते सरकार ने सीज कर दिये हैं और उनके खाते में तो एक करोड़ रुपये तक नहीं हैं।

2 लाख उधार लेकर गुरु दक्षिणा दी
ममता कुलकर्णी ने जवाब दिया एक्ट्रेस ने बताया कि गुरु भेंट देने के लिए भी उन्होंने दो लाख रुपये उधार लिए थे। ममता ने बताया कि मुंबई में उनके तीन अपार्टमेंट हैं, पर वह बाहर विदेश में रह रही थीं। चूंकि, लंबे समय से उनके अपार्टमेंट में कोई नहीं गया, तो वह खराब हो गया है।

24 जनवरी को मिली महामंडलेश्वर की पदवी
कुलकर्णी ने बताया कि वे दो दशक से भी ज्यादा समय से देश से बाहर रह रही थीं और कई साल पहले उन्होंने फिल्मों से दूरी बना ली थी। अब जब वे वापस भारत लौटीं तो संन्यास ले लिया और महामंडलेश्वर बन गयीं। ममता कुलकर्णी को 24 जनवरी को किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर की पदवी दी गयी।

पिंडदान के बाद बनीं ममता नंद गिरि
उन्होंने इससे पहले त्रिवेणी संगम में स्नान किया और अपना पिंडदान किया। इसके बाद ममता कुलकर्णी का पट्टाभिषेक किया गया था और उन्हें नया नाम श्रीयामाई ममता नंद गिरि दिया गया। ममता 7 दिन तक महाकुंभ में रहीं, पर विवाद होने के बाद उन्हें महांमडलेश्वर के पद से ‘हटा’ दिया गया। उनका हटाया जाना भी विवाद का विषय बन गया। उनको दीक्षा देने वाली महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने दावा किया कि उनको पद से हटाने वाले ऋषि अजय दास को तो 2017 में अखाड़े से निकाल दिया गया था तो वे उनको पद से कैसे हटा सकते र्है।

विवाद और दावे

ममता 7 दिन तक महाकुंभ में रहीं, पर विवाद होने के बाद उन्हें महांमडलेश्वर के पद से ‘हटा’ दिया गया। उनका हटाया जाना भी विवाद का विषय बन गया। उनको दीक्षा देने वाली महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने दावा किया कि उनको पद से हटाने वाले ऋषि अजय दास को तो 2017 में अखाड़े से निकाल दिया गया था तो वे उनको पद से कैसे हटा सकते र्है।

SCROLL FOR NEXT