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देश/विदेश

बालासोर की पीड़ित छात्रा का अंतिम संस्कार संपन्न

छात्रा ने शिक्षक पर लगाया था यौन उत्पीड़न का आरोप, किया आत्मदाह, एम्स में तीन दिन बाद हार गयी जीवन की जंग

भुवनेश्वर : एक शिक्षक द्वारा कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किए जाने के बाद आत्मदाह करने वाली कॉलेज छात्रा का अंतिम संस्कार मंगलवार को ओडिशा के बालासोर जिले में उसके पैतृक गांव में किया गया। गांव के श्मशान घाट में भाजपा के बालासोर से सांसद प्रताप षड़ंगी और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों सहित हजारों लोगों की मौजूदगी में छात्रा के चचेरे भाई ने उसे मुखाग्नि दी। उसके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए हजारों की संख्या में लोग श्मशान घाट पहुंचे। ‘यौन उत्पीड़न’ किए जाने के मामले में न्याय न मिलने पर खुद को आग लगाने वाली छात्रा ने तीन दिन तक जिंदगी और मौत से लड़ने के बाद भुवनेश्वर स्थित एम्स में सोमवार रात दम तोड़ दिया। इस मामले में फकीर मोहन (स्वायत्त) महाविद्यालय के प्राचार्य दिलीप घोष और शिक्षा विभाग के अध्यक्ष समीर कुमार साहू को गिरफ्तार किया जा चुका है। साहू पर छात्रा ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था।

20 लाख रुपये की अनुग्रह राशि

ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने आत्मदाह करने वाली छात्रा के परिवार के लिए 20 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की मंगलवार को घोषणा की। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, माझी ने संबंधित अधिकारियों को घटना की उचित जांच करने का निर्देश दिया ताकि सभी दोषियों को कानून के अनुसार सजा दिलाई जा सके। राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति ने भी छात्रा की मौत पर दुःख व्यक्त किया।

जांच के लिए एसटीआई टीम गठित

ओडिशा पुलिस ने आत्मदाह करने वाली कॉलेज छात्रा की मौत की जांच में तेजी लाने के लिए एक त्वरित सुनवाई पहल (एसटीआई) टीम का गठन किया है। पुलिस उपमहानिरीक्षक (पूर्वी रेंज) सत्यजीत नाइक ने कहा कि एसटीआई टीम में जांचकर्ता, फॉरेंसिक विशेषज्ञ और अभियोजक शामिल हैं जो मेडिकल रिकॉर्ड और डिजिटल साक्ष्य जुटाने और एक मजबूत मुकदमा तैयार करने के लिए फॉरेंसिक विश्लेषण पर काम कर रहे हैं। वहीं, प्राचार्य और विभाग प्रमुख के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 108/3 (5) (आत्महत्या के लिए उकसाना), 351 (2) (आपराधिक धमकी), 75 (1) (iii) (यौन उत्पीड़न) और धारा 78 और 79 (पीछा करने और महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

17 जुलाई को ओडिशा बंद

कांग्रेस नीत आठ विपक्षी दलों ने कॉलेज छात्रा की मौत के विरोध में 17 जुलाई को ओडिशा बंद का आह्वान किया है। कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भक्त चरण दास ने कहा कि बंद को वाम दलों सहित आठ दलों का समर्थन प्राप्त है। उन्होंने दावा किया कि बालासोर के फकीर मोहन (स्वायत्त) महाविद्यालय में हुई यह घटना दर्शाती है कि राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा करने में नाकाम रही है। दास ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा, ‘वह (छात्रा) पेट्रोल लेकर आई और सब चुपचाप देखते रहे। किसी ने कोई कदम नहीं उठाया।’ उन्होंने कहा कि छात्रा को न्याय दिलाने के लिए बंद का आह्वान किया गया है।


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