लाहौर : पाकिस्तान के पंजाब में इजराइल विरोधी प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी फास्ट फूड रेस्टोरेंट केएफसी के आउटलेट पर लूटपाट और तोड़फोड़ की। कट्टरपंथी इस्लामी ग्रुप तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के हमले में केएफसी के एक कर्मचारी की मौत हो गई। यह घटना लाहौर से लगभग 50 किलोमीटर दूर शेखपुरा में घटी। पुलिस के मुताबिक टीएलपी कार्यकर्ताओं के एक बड़े ग्रुप ने सुबह-सुबह केएफसी आउटलेट पर धावा बोल दिया था। हमलावरों ने रेस्टोरेंट में तोड़फोड़ करते हुए स्टाफ पर गोलियां चलाईं। इस दौरान 40 साल के एक कर्मचारी आसिफ नवाज की मौत हो गई, जबकि बाकी स्टाफ दुकान छोड़कर भाग गया। पुलिस जबतक मौके पर पहुंची तो उपद्रवी भाग चुके थे। इस मामले में 3 दर्जन से ज्यादा संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और जांच जारी है।
पिछले हफ्ते रावलपिंडी में केएफसी को बनाया था निशाना
पिछले हफ्ते कराची में भी की थी तोड़फोड़ एक दिन पहले ही टीएलपी कार्यकर्ताओं ने रावलपिंडी में केएफसी आउटलेट को भी निशाना बनाया था और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था। पिछले हफ्ते कराची और लाहौर में भी इसी तरह के हमले हुए थे, जहां केएफसी आउटलेट में आग लगा दी गई थी। पंजाब पुलिस इस मामले में 17 टीएलपी मेंबर को गिरफ्तार किया था।
बांग्लादेश में विदेशी ब्रांड की दुकानों पर हमला
बांग्लादेश में भी कई इंटरनेशनल ब्रांड्स की दुकानों पर हमला कुछ दिनों पहले बांग्लादेश में भी इजराइल विरोधी प्रदर्शनकारियों ने कई इंटरनेशनल ब्रांड्स की दुकानों में लूटपाट और तोड़फोड़ की थी। प्रदर्शनकारी बाटा,केएफसी, पिज्जा हट और प्यूमा जैसे ब्रांड के शोरूम में घुस गए थे और वहां रखे सामानों को नुकसान पहुंचाया था। यह घटना उस वक्त हुई थी जब हजारों लोग फिलिस्तीन के साथ एकजुटता दिखाने के लिए सिलहट, चटगांव, खुलना, बरिशाल, कमिला और ढाका में सड़कों पर उतरे थे। माना जा रहा है कि ये हिंसा उन फेक न्यूज के चलते फैली, जिनमें ये दावा किया गया था कि ये कंपनियां इजराइल से जुड़ी हैं।