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भारत व्यापार के मामले में जल्दबाजी नहीं केरगा : पीयूष गोयल

भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर चल रही बातचीत का हवाला देते हुए कहा कि भारत किसी भी व्यापार समझौते पर जल्दबाजी में हस्ताक्षर नहीं करेगा।

कोलकाता : केंद्रीय वाणिज्य एवं व्यापार मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर चल रही बातचीत का हवाला देते हुए कहा कि भारत किसी भी व्यापार समझौते पर जल्दबाजी में हस्ताक्षर नहीं करेगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत किसी अन्य देश की इच्छा के अनुसार अपने व्यापारिक साझेदारों का चयन नहीं करेगा।

गोयल ने यह टिप्पणी जर्मनी के बर्लिन में की और कहा कि भारत व्यापार समझौतों को दीर्घकालिक साझेदारी के संकेत के रूप में देखना चाहता है जो आपसी विश्वास पर आधारित हों। जर्मनी में बर्लिन संवाद में उन्होंने कहा, "हम यूरोपीय संघ के साथ सक्रिय बातचीत कर रहे हैं। हम अमेरिका से बात कर रहे हैं, लेकिन हम जल्दबाजी में सौदे नहीं करते हैं और न ही हम समय सीमा तय करके या बंदूक तानकर सौदे करते हैं।"

भारत यूरोपीय संघ के साथ एक मुक्त व्यापार समझौते के लिए भी बातचीत कर रहा है, जहाँ विदेशी बाजार पहुँच, पर्यावरणीय मानकों और उत्पत्ति के नियमों पर चर्चा चल रही है। गोयल के अनुसार, भारत उच्च अमेरिकी टैरिफ से निपटने के लिए नए बाजारों की तलाश कर रहा है।यूरोपीय संघ, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका भारत को रूसी तेल की खरीद कम करने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं। उनका दावा है कि भारत द्वारा लगातार रूसी तेल की खरीद से यूक्रेन में मास्को के युद्ध प्रयासों को वित्तपोषित करने में मदद मिलती है।

भारत कहता रहा है कि ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ भारतीय उपभोक्ताओं के लिए किफायती आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए ऊर्जा की उसकी खरीद महत्वपूर्ण है। गोयल की यह टिप्पणी इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा मास्को की दो सबसे बड़ी तेल कंपनियों पर प्रतिबंध लगाने के बाद आई है।

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