नई दिल्ली - सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर करीब सात महीने से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में फसें हुए हैं। वह वहां से धरती पर वापसी का इंतजार कर रहे हैं। पूरे देश दुनिया के लोग इन दोनों की सुरक्षित वापसी का इंतजार कर रहे हैं। इन सब के बीच सुनीता विलियम्स के एक बयान ने सबको हैरान कर दिया है। अंतरिक्ष में 237 दिनों से फंसी भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने कहा कि वह ' याद करने की कोशिश कर रही हैं कि चलना कैसे होता है'।
'यह एक झटका था'- Sunita Williams
कुछ दिन पहले अमेरिका के नीधम हाई स्कूल के छात्रों से बात करते हुए सुनीता विलियम्स ने खुलासा किया कि अंतरिक्ष पर रहना कैसा होता है। उन्होंने बच्चों से बातचीत करते वक्त कहा कि " मैं यहां काफी समय से हूं और मैं याद करने की कोशिश कर रही हूं कि चलना कैसे होता है। मैं काफी समय से चली नहीं हूं। मैं काफी समय से बैठी नहीं हूं और लेटी भी नहीं हूं।"
विलियम्स ने छात्रों से यभ भी कहा कि उन्हें इतने लंबे समय तक अंतरिक्ष में नहीं रहना था। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए एक झटका था। विलियम्स और उनके साथी यात्री बुच विल्मोर ने अंतरिक्ष में एक महीने से ज्यादा समय बिताने की उम्मीद नहीं की थी, लेकिन मिशन अप्रत्याशित रूप से कई महीनों तक खिंच गया।
ट्रंप ने मस्क से मांगी मदद
सुनीता विलियम्स की बात सबके सामने आते ही यह मामला गरम हाे गया है। कई लोग विलियम्स और साथी बुच विल्मोर की सुरक्षा को लेकर डरे हुए हैं। सुनीता विलियम्स ने यह भी बताया कि वह अपनी मां से बात करती रहती हैं। एलन मस्क ने भी इस पर अपनी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि यह भयानक है कि दोनों को इतने लंबे समय तक आईएएस पर फंसे रहना पड़ा है। आपको बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप ने मस्क से दो बोइंग स्टारलाइनर की सुविधा देने को कहा है। यह इसलिए ताकि दोनों यात्रियों को वापस लाया जा सके। दोनो यात्री 5 जून, 2024 से अंतरिक्ष स्टेशन पर फंसे हुए हैं। उन्हें केवल आठ दिनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में रहना था, लेकिन बोइंग के अंतरिक्ष यान में खराबी के कारण वह अब तक वहीं फंसे हुए हैं।