कोहिमा : नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने शुक्रवार को इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित 24वें डॉ. टी एओ अंतर-जिला फुटबॉल टूर्नामेंट के उद्घाटन समारोह के दौरान राज्य के खेल पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए नागालैंड सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
नेफ्यू रियो ने अपने संबोधन में बताया कि नागालैंड के सभी जिलों में एस्ट्रोटर्फ फुटबॉल मैदान विकसित किए जा रहे हैं, जिनमें से छह पहले ही दीमापुर, फेक, मोन, मोकोकचुंग, तुएनसांग और चुमौकेदिमा में बनकर तैयार हो चुके हैं। उन्होंने आगे कहा कि राज्य के खेल अवसंरचना कार्यक्रम के तहत 28 फुटसल कोर्ट और 31 बहुउद्देशीय खेल भवन निर्माणाधीन हैं। खेलों को 600 अरब डॉलर के बढ़ते वैश्विक उद्योग के रूप में रेखांकित करते हुए रियो ने कहा कि नागालैंड इस बढ़ते बाजार का लाभ उठाने के लिए रणनीतिक रूप से काम कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘खेल अब केवल मनोरंजन का एक रूप नहीं, बल्कि एक वैश्विक अवसर है।’ ‘मुख्यमंत्री खेल छात्रवृत्ति पहल’ के तहत नागालैंड के 16 फुटबॉल खिलाड़ी और कोच पेशेवर प्रशिक्षण ले रहे हैं, जबकि दो गेंदबाजों को उन्नत कोचिंग के लिए विदेश भेजा गया है। उन्होंने यह भी बताया कि बेंगलुरु स्थित जेएसडब्ल्यू स्टील स्पोर्ट्स फैसिलिटी के 20 फुटबॉल खिलाड़ियों ने हाल ही में एक प्रदर्शनी मैच में एक नियमित टीम के खिलाफ 4-0 के स्कोर से जीत हासिल की। सन् 1948 में स्वतंत्र भारत की पहली ओलंपिक टीम के कप्तान रहे महान नागा फुटबॉलर डॉ. तालीमेरेन एओ को श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री रियो ने कहा कि यह टूर्नामेंट नागा पहचान को एकजुट करने वाली उनकी विरासत का सम्मान करता है। उन्होंने कहा, ‘एक नंगे पांव गांव के लड़के से ओलंपिक कप्तान बनने तक डॉ. टी एओ की कहानी हमारे युवाओं को बड़े सपने देखने के लिए प्रेरित करती है।’ रियो ने इस साल से शुरू होने वाली जूनियर गर्ल्स नेशनल फुटबॉल चैंपियनशिप का नाम बदलकर डॉ. टी एओ नेशनल विमेंस जूनियर फुटबॉल चैंपियनशिप करने के लिए अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) को धन्यवाद दिया। दो सप्ताह तक चलने वाले टूर्नामेंट के लिए सभी टीमों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘याद किया जाना एक आशीर्वाद है, लेकिन फुटबॉल के माध्यम से याद किया जाना एक बड़ा सम्मान है।’